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भाजपा महासचिव के घर पर फेंका बम, तोड़फोड़

कोलकाता/नयी दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और सांसदों ने दिल्ली, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल में जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया. गुस्साए टीएमसी के कथित कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय और कार्यकर्ताओं को विभिन्न जगहों पर निशाना बनाया. ओड़िशा के रामनगर से विधायक अखिल गिरि के नेतृत्व […]

कोलकाता/नयी दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और सांसदों ने दिल्ली, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल में जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया. गुस्साए टीएमसी के कथित कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय और कार्यकर्ताओं को विभिन्न जगहों पर निशाना बनाया. ओड़िशा के रामनगर से विधायक अखिल गिरि के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने यहां सीबीआइ के राज्य मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता में केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के आवास के सामने प्रदर्शन करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की और सोसाइटी के सामने भाजपा का ध्वज जलाया. टीएमसी के सांसदों ने प्रधानमंत्री के आवास तक विरोध मार्च निकालने की काशिश की, लेकिन सात लोक कल्याण मार्ग तक पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. हालांकि, उन्हें देर शाम छोड़ दिया गया.

मंगलवार की देर रात टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा दफ्तर पर हमला बोल दिया था, जिसके बाद वहां अर्धसैनिक बल तैनात किये गये थे. वहीं, हुगली जिले में स्थित पश्चिम बंगाल भाजपा महासचिव कृष्णा भट्टाचार्य के घर पर बमों से हमला किया गया. तीन नकाबपोश लोग बाइक से कृष्णा के कोन्नानगर जोरापुकुर घाट स्थित उनके आवास के पास पहुंचे और बम फेंकना शुरू कर दिया. नकाबपोश उनके मकान में घुस गये. उन्होंने खिड़कियां तोड़ दीं, फर्नीचर तोड़ दिया और उन्हें गालियां दीं तथा उनके साथ मारपीट की. घायल कृष्णा भट्टाचार्या को उत्तरपारा प्रदेश सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत स्थिर है. वहीं, हुगली के चिनसुरा में एक अन्य घटना में कथित तौर पर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने भाजपा के एक कार्यालय में आग लगा दी और कुछ उपद्रवकारियों ने भाजपा के दो कार्यकर्ताओं की पिटाई की. पुलिस का कहना है कि सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंची. मामले की जांच की जा रही है.

टीएमसी और भाजपा का प्रतिनिधिमंडल गवर्नर से मिला : टीमएसी और भाजपा का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को अलग-अलग पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से मिला. टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिल कर केंद्र सरकार की रवैये की शिकायत की. वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की उनसे मांग की.

पुलिस ने सांसदों के साथ की बदसलूकी

तृणमूल सांसद सौगत रॉय ने दिल्ली के तुगलक रोड थाने में संवाददाताओं से कहा कि हम बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी, मोदी के इस्तीफे और बिड़ला और सहारा समूहों से उनके धन लेने की जांच की मांग कर रहे हैं. हम रोज वैली घोटाला मामले में संलिप्तता के लिए बाबुल सुप्रियो (केंद्रीय मंत्री) के इस्तीफे की भी मांग कर रहे हैं. रॉय ने कहा कि हम प्रधानमंत्री के आवास की तरफ शांतिपूर्ण तरीके से बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें बीच में ही हिरासत में ले लिया और हमारे कुछ सांसदों के साथ बदसलूकी की. विरोध मार्च में 36 तृणमूल सांसदों ने हिस्सा लिया. वहीं, टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि केंद्र ने ‘राजनैतिक प्रतिशोध’ की कार्रवाई कर रहा है.

तरीके नहीं सुधारे, तो हम चुप नहीं बैठेंगे

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने तृणमूल को अपने तरीके से सुधार लेने या परिणाम भुगतने की परोक्ष तौर पर धमकी दी है. विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल में हो सकता है हम तृणमूल कांग्रेस जितने ताकतवर नहीं हों, लेकिन देश में हम सबसे मजबूत राजनैतिक ताकत हैं. अगर दिल्ली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने फैसला किया कि वे दिल्ली में तृणमूल कांग्रेस सांसदों को प्रवेश नहीं करने देंगे, तो क्या वे दिल्ली में प्रवेश करने में सक्षम हो सकेंगे. जवाब है नहीं. अगर भाजपा कार्यकर्ताओं ने देशभर में प्रदर्शन करने का फैसला कर लिया, तो क्या वह स्वतंत्र होकर देशभर में घूम सकेंगी. अगर तृणमूल कांग्रेस ने अपने तरीके नहीं सुधारे, तो हम चुप नहीं बैठेंगे.

10 जनवरी तक सुदीप सीबीआइ हिरासत में

रोज वैली चिटफंड घोटाले के आरोपी व तृणमूल सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को भुवनेश्वर की अदालत ने बुधवार को 10 जनवरी तक सीबीआइ की हिरासत में भेज दिया है. हालांकि, सीबीआइ ने 12 दिनों की उनकी हिरासत मांगी थी. सीबीआइ ने मंगलवार को बंदोपाध्याय को कोलकाता से गिरफ्तार किया था. एजेंसी उन्हें मंगलवार की देर रात भुवनेश्वर लेकर गयी थी. बंदोपाध्याय पर पोंजी फर्म का प्रोमोटर होने का आरोप है. चिटफंड घोटाला मामले में अब तक टीएमसी के चार सांसद गिरफ्तार हो चुके हैं. हाल ही में सीबीआइ ने तृणमूल के एक अन्य सांसद तापस पाल को गिरफ्तार किया था. सीबीआइ बंदोपाध्याय और पाल दोनों से पूछताछ करने की योजना बना रही है, क्योंकि दोनों की गिरफ्तारी 17,000 करोड़ रुपये के घोटाले में संलिप्तता के आरोप में हुई है.

हम गिरफ्तारियों के समय पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. एक साल से अधिक समय से सीबीआइ मौन थी, लेकिन अचानक वह सक्रिय हो गयी है, जब विपक्ष नोटबंदी के मुद्दे पर एकजुट हो रहा है. यह विपक्ष की एकता को तोड़ने का प्रयास है.
सीपी जोशी, कांग्रेस

टीएमसी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के पीछे मूल कारण नोटबंदी का विरोध है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की बदले की राजनीति है. उनका संदेश है. अगर किसी ने नोटबंदी के खिलाफ बोला, तो छोड़ेंगे नहीं. वाकई निंदनीय.
अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली

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