कोयंबतूर : भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यण स्वामी ने मौजूदा नकदी संकट के लिए अधिक मूल्य के नोटों को बंद करने के पहले वित्त मंत्रालय द्वारा तैयारी की कमी को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘वित्त मंत्रालय को 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने के पहले ऐहतियाती उपाए करने चाहिए थे.’ उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने 2014 में भी नोटबंदी करने का फैसला किया था और वित्त मंत्रालय को ऐहतियाती योजना बनानी चाहिए थी. उन्होंने कोई तैयारी नहीं की और प्रधानमंत्री ने (नोटबंदी की) यह मानते हुए घोषणा कर दी कि चीजें सरलता से निपट जाएगी.’
उन्होंने उल्लेख किया कि इसके अलावा, 500 और 2000 रुपये के नोट का आकार भी एटीएम में रखने के हिसाब से छोटा था, इस वजह से भी दिक्कत हुयी. स्वामी ने कहा, ‘‘नोटबंदी के साथ, 2014 में मुद्दे पर मेरी अध्यक्षता में कमेटी ने आयकर खत्म करने की सिफारिश की थी ताकि लोगों को राहत मिले.’