भोपाल : नर्मदा बचाओ आंदोलन (एनबीए) की नेता मेधा पाटकर ने कहा है कि उनके लिए चुनावी राजनीति में प्रवेश करने का फैसला काफी कठिन था. मेधा को आम आदमी पार्टी (आप) ने उत्तर-पूर्व मुंबई से लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है. एनबीए नेता ने कहा, ‘‘मुझे पता है कि आप का उम्मीदवार बनने के लिए हामी भरना मेरे लिए कई कारणों से एक कठिन फैसला था’’.
उन्होंने कहा कि पहला कारण तो यह है कि आप अभी अपने शैशवकाल में है और उसने दिल्ली में कम समय की सरकार चलाई है. इसके साथ ही वह एनबीए के अलावा बीस अन्य आंदोलन चला रही हैं, जिनमें से एक तो मुंबई में ही है. मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त समाजसेवी ने कहा कि आज राजनीतिज्ञों के साथ कई तरह की समस्याएं हैं, जिसकी वजह से उनके जैसे लोगों को मजबूरी में राजनीति में प्रवेश करना पड़ रहा है. अजीब बात यह है कि आज अधिकांश राजनीतिज्ञों की छवि भ्रष्ट राजनेता की है, जो समाज के लिए उचित नहीं है. ये राजनेता आम लोगों से दूर हैं और संसद के लिए निर्वाचित होने के बाद अपने क्षेत्र में जाते ही नहीं हैं.
उन्होंने कहा कि वह जानती हैं कि उनके लिए चुनाव लड़ना कोई आसान काम नहीं है और उन्हें कड़ी मेहनत करना होगी. हालाकि उन्हें सभी वर्गो से समर्थन मिल रहा है और यह उन्हें कुछ हद तक मदद करेगा. उत्तर पूर्व मुंबई संसदीय क्षेत्र से इस समय राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संजय पाटिल लोकसभा सदस्य हैं और संभवत: इस चुनाव में उनसे ही मेधा का मुकाबला होगा.