नयी दिल्ली: कांग्रेस पर कड़ा प्रहार करते हुए वाईएसआरसीपी के प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने आज कहा कि पार्टी ने निष्कासित सांसद एल राजगोपाल के साथ मिलीभगत कर संसद में मिर्च स्प्रे प्रकरण को अंजाम दिया ताकि तेलंगाना विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन को दबाया जा सके. उन्होंने आरोप लगाए कि एक महीने पहले राजगोपाल की कम्पनी को 8000 करोड़ रुपये के कम्पनी रिण पुनर्गठन (सीडीआर) को मंजूरी मिली थी.
जगन ने पूछा, ‘‘कांग्रेस ने पूरे खेल का षड्यंत्र रचा जहां संसद में मिर्च स्प्रे प्रकरण की घटना को अंजाम दिया गया ताकि प्रदर्शन कर रहे हरेक व्यक्ति को हटाया जा सके. राजगोपाल जिन्होंने मिर्च का स्प्रे किया, क्या कांग्रेसी नहीं हैं.’’ उन्होंने मीडिया की खबरों के हवाले से कहा, ‘‘क्या आप मानते हैं कि अगर कोई कांग्रेस का विरोध कर रहा है, अगर कोई वास्तव में पार्टी का बागी है तो कांग्रेस की सहमति से उसके लिए सीडीआर होगा.’’ इससे पहले उन्होंने सोनिया गांधी पर राजनीतिक लाभ के लिए राज्य के बंटवारे का आरोप लगाया.
सोनिया के इटली की पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए उन्होंने इंडयन नेशनल कांग्रेस को ‘‘इटालियन नेशनल कांग्रेस’’ करार दिया और कहा, ‘उन्होंने मेरे राज्य आंध्रप्रदेश के साथ जो किया वैसा अंग्रेजों ने भी नहीं किया था.’’ उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने राज्य का बंटवारा सिर्फ एक लक्ष्य से किया कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाया जा सके क्योंकि उसे तेलंगाना में टीआरएस के साथ मिलकर कुछ सीट जीतने की उम्मीद थी.