नयी दिल्ली : संसद के दोनों सदनों में नोटबंदीके फैसले पर चर्चा को लेकर पांच दिनों से बना गतिरोध गुरुवार को भी कायम रहा. हालांकि, राज्यसभा में कुछ समय के लिए यह गतिरोध दूर हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सदन में आने के कारण विपक्ष एवं सत्ता पक्ष के बीच सहमति बनी लेकिन लंच ब्रेक के बाद जब पीएम दोबारा राज्यसभा नहीं पहुंचे तो विपक्ष ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया जिसके बाद कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई. आज भी राज्यसभा में विपक्ष पीएम मोदी की अनुपस्थिति को लेकर हंगामा कर सकता है. वहीं लोकसभा में सपा सांसद अक्षय यादव ने कल स्पीकर की कुर्सी की ओर कागज फाड़कर फेंका जिससे सत्ता पक्ष नाराज है. सत्ता पक्ष इसे आज मुद्दा बनाकर विपक्ष पर प्रहार कर सकता है.
गुरुवार को पीएम मोदी के सदन में आने के कारण विपक्ष एवं सत्ता पक्ष के बीच सहमति बनी कि प्रश्नकाल के बजाय नोटबंदी के मुद्दे पर 16 नवंबर को अधूरी रह गयी चर्चा को आगे बढ़ाया जाये. सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चर्चा में भागीदारी करेंगे. चर्चा में भाग लेते हुए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लिया. वहीं, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि हम कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं, लेकिन नोटबंदी से हो रही परेशानी के कारण इस फैसले के खिलाफ हैं. ब्रायन ने कहा कि जो आपकी नीति का विरोध कर रहा है, वह कालेधन का समर्थक नहीं है, वह देशद्रोही है. हम विरोध इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि हम तकलीफ में हैं. आप मसीहा हैं, तो हम क्या राक्षस हैं. इसके बाद, विपक्षी दलों के सदस्यों के बार-बार आसन के समक्ष आकर हंगामा करने के कारण लोकसभा की कार्यवाही एक बार और राज्यसभा की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी.
उधर, लोकसभा में गुरुवार की सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी सदस्य कार्यस्थगन की अपनी मांग के समर्थन में शोर शराबा करने लगे. इस बीच, सपा सांसद अक्षय यादव ने कुछ कागज फाड़ कर आसन की ओर उछाल दिया. इस पर, स्पीकर ने अक्षय को भविष्य में ऐसे आचरण के विरुद्ध चेतावनी दी.
राजनाथ ने बैठक बुलायी, नहीं गये विपक्षी नेता : संसद में जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को विपक्षी दलों के सदस्यों की बैठक बुलायी थी, लेकिन कोई विपक्षी नेता नहीं गया. लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री या स्पीकर सर्वदलीय बैठक बुलाते हैं, तब वे जायेंंगे. उधर, अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के कक्ष में बैठक की.
रास में सपा सांसद के तंज पर हंसने लगे मोदी
राज्यसभा में गुरुवार को सपा के सांसद नरेश अग्रवाल ने कालेधन पर केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि आपकी मदद से विजय माल्य भाग गये, ललित मोदी भाग गये, जो विदेश से चैलेंज कर रहे है, उन्हें क्यों नहीं पकड़ा जाता. नरेश ने पीएम के भावुक भाषण पर तंज कसते हुए कहा कि आप (मोदी) आगरा गये, गाजीपुर गये, भावुक होकर भाषण देते हैं कि कोई आपको जला देगा, मार देगा, तो तकलीफ होती है. आप यूपी में निश्चिंत होकर घूमिए, आपको कुछ नहीं होगा. आपसे अनुरोध है कि भावुकता का भाषण छोड़िए, सत्यता के भाषण में आइए. बार-बार भावुक होने पर जनता समझ जाती है. अग्रवाल के इस कथन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी हंसी नहीं रोक पाये.
दोबारा जनादेश प्राप्त करें पीएम : मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी कि वे नोटबंदी के मुद्दे पर लोगों के विचार जानने के लिए नया चुनाव करायें. मायावती ने संसद भवन परिसर मे कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहती हूं कि अगर आप वास्तव में ईमानदार व्यक्ति हैं और सही सर्वेक्षण चाहते हैं. आपमें साहस है, तब आप संसद को भंग करके फिर से चुनाव करायें. सबकुछ पता चल जायेगा.