नयी दिल्ली: विपक्ष के नेता हर्षवर्धन के नेतृत्व में भाजपा के दिल्ली के विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आप सरकार में विधि मंत्री सोमनाथ भारती को हटाने का दबाव बनाने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से आज मुलाकात की. प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा जिसमें उनका ध्यान 15 मुद्दों की ओर आकर्षित करने की कोशिश की गई.
मुलाकात के बाद हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘हमने भारती के इस्तीफे की मांग की है. उन्हें अपने पद पर नहीं रहना चाहिए क्योंकि वह अफ्रीकी मूल की कुछ महिलाओं के घर में जबरन घुसे, उनकी तलाशी ली और उनके साथ बदसलूकी की. विधि मंत्री का कृत्य पूरी तरह अवैध है.’’ प्रतिनिधिमंडल ने जन लोकपाल विधेयक पारित करने के लिए विधानसभा परिसर के बाहर विशेष सत्र बुलाने के आप के फैसले का मुद्दा भी उठाया.
हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘आप सरकार विशेष सत्र बुलाने और केंद्र सरकार की पूर्व मंजूरी के बिना जन लोकपाल विधेयक को सीधे पेश करने का प्रयास करने को लेकर हठी रवैया अपनाकर दिल्ली में संवैधानिक संकट पैदा कर रही है.’’ भाजपा सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि आप के असहयोग के कारण पार्टी को मिले चंदे की जांच अब तक पूरी नहीं हो सकी है. ज्ञापन में गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति के राष्ट्र के नाम संदेश पर आप नेताओं की प्रतिक्रिया के मुद्दे को भी उठाया गया है.
हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति की टिप्पणी को गंभीरता से लेने की बजाय दिल्ली सरकार ने उनके भाषण का मजाक बनाया.’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आप सीआईए के इशारे पर काम कर रही है. हर्षवर्धन ने बताया कि राष्ट्रपति ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वह भाजपा विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दों की पड़ताल करेंगे.