तिरुवनंतपुरम : क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी नेता टी पी चंद्रशेखरन की हत्या के पीछे के ‘षडयंत्र’ की सीबीआई जांच के लिए केरल सरकार ने आज सैद्धांतिक मंजूरी देने का फैसला किया है. चंद्रशेखरन की पत्नी इस मामले की जांच एजेंसी से करवाने की मांग लेकर सचिवालय के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी हैं.
केबिनेट ब्रीफिंग के दौरान सरकार के इस फैसले की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने चंद्रशेखरन की पत्नी के के रेमा से अनशन समाप्त करने का अनुरोध किया. रेमा के अनशन का आज पांचवा दिन है. हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार को औपचारिक रुप से सीबीआई जांच का आदेश देने के लिए कई तकनीकी, कानूनी और अन्य प्रक्रियाएं पूरी करनी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार चंद्रशेखर की हत्या मामले की जांच के लिए कोई भी जांच करवाने को तैयार है. उन्होंने इस हत्या को राज्य के राजनैतिक इतिहास की एक ‘घृणित’ घटना करार दिया.
माकपा से अलग होकर समानांतर वाम संगठन क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी की शुरुआत करने वाले चंद्रशेखरन की हत्या उत्तरी केरल में उनके गृह नगर ओन्छियाम में कर दी गई थी. पिछले माह एक विशेष अदालत ने 11 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. इनमें से तीन लोग माकपा के स्थानीय कार्यकर्ता थे. रेमा ने आरोप लगाया था कि माकपा के बड़े नेता चंद्रशेखरन की हत्या में संलिप्त थे। चंद्रशेखरन ने एक समानांतर वाम संगठन क्रांतिकारी मार्क्सवादी पार्टी को खड़ा करके मूल पार्टी माकपा को चुनौती दी थी.