श्रीनगर/नयी दिल्ली :उत्तरी कश्मीर के उड़ी शहर में रविवार की सुबह साढ़े पांच बजे भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने 12 ब्रिगेड मुख्यालय के समीप सेना के आधार शिविर (आर्मी बेस)पर तब हमला कर दिया, जब सेना के जवान सो रहे थे. हमले में 17 जवान शहीद हो गये व 20 घायल हुए हैं. मारे गये चारों हमलावर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य हैं. जम्मू-कश्मीर में करीब 25 साल से जारी आतंकवाद के दौरान सेना पर यह सबसे घातक हमला है. लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) के नजदीक उड़ी सेक्टर में स्थित इस आर्मी बेस में आतंकी पीओके के रास्ते सुबह करीब पांच बजे के आसपास घुसे. फिर ताबड़तोड़ ग्रेनेड फेंके, जिससे कुछ बैरकों में आग लग गयी. बैरक में आग लगने से एक तंबू में सो रहे डोगरा व बिहार रेजिमेंट के 17 जवान जिंदा जल गये. हालांकि, सेना ने 14 सैनिकों के ही जलने की पुष्टि की है.
इधर, सुरक्षा बलों ने तुरंत मोरचा संभाला और तीन घंटे तक चले मुठभेड़ में चारों आतंकियों को मार गिराया. हालात संभालने के लिए पैरा कमांडो की टीम को मौके पर उतारा गया. सेना का सर्च ऑपरेशन देर रात तक जारी रहा, ताकि कोई और आतंकी न बच पाये. घायल 20 जवानों को श्रीनगर स्थित बेस अस्पताल में भरती कराया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. इस बीच रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर व आर्मी चीफ ने घायल सैनिकों से मुलाकात की और उनका हाल जाना. मालूम हो कि आठ जुलाई को सुरक्षाबलों की ओर से एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को ढेर किये जाने के बाद से कश्मीर घाटी में अशांति बनी हुई है.
सूत्रों के मुताबिक शनिवार को एलओसी से 16 आतंकी जम्मू-कश्मीर में घुसे थे. खबर है कि ये आतंकी तीन हिस्सों में बंट गए और इनमें से एक गुट ने उरी हमले को अंजाम दिया. सूत्रों के मुताबिक घुसपैठिए आतंकियों का एक गुट बड़े हमले के इरादे से पुंछ की तरफ गया तो दूसरे गुट ने श्रीनगर का रुख किया है. उरी अटैक में चार आतंकियों के मारे जाने के बाद 4-4 के ग्रुप में जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान से आए 12 आतंकी घूम रहे हैं.
झेलम के रास्ते घुसे चारो आतंकी
पीओके से निकल कर चार आतंकी सलमाबाद नाले (झेलम नदी) के रास्ते असलहा और ग्रेनेड के साथ उड़ी सेक्टर में पहुंचे. पठानकोट में भी आतंकी नालों के रास्ते घुसे थे. सुबह करीब सवा पांच बजे आतंकियों ने उड़ी की आर्मी यूनिट में स्थित प्रशासनिक बेस कैंप के पिछले हिस्से पर पहला हमला बोला. इस इमारत में सेना की अलग-अलग यूनिट के जवान थे, कुछ अपनी ड्यूटी बदल रहे थे. डोगरा रेजीमेंट के जवान तंबुओं में सो रहे थे. आतंकियों ने ग्रेनेड से हमला कर सेना के इन्हीं तंबुओं में आग लग दी. सोते हुए जवानों को संभलने का मौका नहीं मिल सका. जवानों ने भी आतंकियों पर फायरिंग की. हेलीकॉप्टर की मदद से पैरा कमांडो को घटनास्थल पर भेजा गया. पैरा कमांडोज ने तीन घंटे की कार्रवाई में चारों आतंकियों को ढेर कर दिया.
पाक आतंकी देश : राजनाथ
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसके लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है. वह एक आतंकी देश है. उसे अलग-थलग करना होगा. हमलावर काफी प्रशिक्षित व विशेष हथियारों से लैस थे. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव महर्षि, रक्षा सचिव जी मोहन कुमार व वरिष्ठ सैन्य अफसरों ने स्थिति से अवगत कराया.
पाक का हाथ : भारत
डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने कहा कि मारे गये चारों आतंकी विदेशी थे और जो सामान वे लोग लेकर आये थे उन पर पाकिस्तान निर्मित होने के निशान हैं. मारे गये आतंकियों का ताल्लुक जैश-ए-मोहम्मद संगठन से है.
आरोप नहीं, सबूत दें : पाक
पाकिस्तान ने हमले के पीछे उसका हाथ होने के भारत के आरोप को बेबुनियाद बताया है और आरोप के समर्थन में कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी मांगी है. पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीमा सलीम बाजवा ने कहा कि हमले के बाद दोनों देशों के मिलिटरी डीजीएमओ) ने हॉटलाइन पर नियंत्रण रेखा के हालात के बारे में चर्चा की. बाजवा ने दोहराया कि पाकिस्तानी सरजमीं से किसी घुसपैठ को नहीं होने दिया जा सकता, क्योंकि नियंत्रण रेखा और वर्किंग बाउंड्री के दोनों ओर सुरक्षा के सख्त इंतजाम हैं.
बिहार रेजिमेंट के 15 जवान शहीद
शहीद 17 जवानों में से 15 बिहार रेजिमेंट और दो डोगरा रेजिमेंट के बताये जा रहे हैं. इनमें से कुछ बिहार के रहने वाले भी हैं. इस आतंकी हरकत के बाद देश भर में विरोध प्रदर्शन किया गया.
ठोस कार्रवाई के लिए रणनीति तैयार
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि 17 बहादुर सैनिकों का सर्वोच्च बलिदान बेकार नहीं जायेगा. उन्होंने श्रीनगर में अस्पताल जाकर घायल सैनिकों से भी मुलाकात की और अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ संभावित इलाज मुहैया करने को कहा. सेना प्रमुख एवं कमांडरों के साथ कश्मीर में हालात की समीक्षा के बाद जिम्मेदार रहे लोगों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया. रक्षा सूत्रों ने बताया कि सेना हमले का जवाब कैसे दे सकता है, इस बारे में भी संभावित कार्य योजना पर चर्चा हुई.
परमाणु हमले से पीछे नहीं हटेंगे : पाक
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत को परमाणु हमले की धमकी दी है. ख्वाजा ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर हमारी सलामती को खतरा हुआ और किसी ने हमारी जमीन पर कदम रखा, तो हम इन हथियारों का इस्तेमाल करने से गुरेज नहीं करेंगे. ख्वाजा ने कहा कि कश्मीर पर हल बातचीत से ही निकल सकता है. शांति के लिए कश्मीर मसले का हल जरूरी है.
दोषियों को सजा जरूर मिलेगी
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस हमले के पीछे जो भी हैं, वे सजा से नहीं बचेंगे. उन्होंने सैनिकों की शहादत को सलाम किया. मोदी ने ट्वीट कर कहा, हम उरी में हुए कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं. राष्ट्र को आश्वस्त करता हूं कि इस हमले के पीछे जो भी हैं, वे सजा से नहीं बच पायेंगे. मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ है.
शहादत को देश कभी भूल न पायेगा : रघुवर
जम्मू-कश्मीर के उड़ी सेक्टर में आतंकी हमले में सेना के 17 जवानों के शहीद होने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास मर्माहत हैं. मुख्यमंत्री ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने शहीद जवानों के परिजनों के प्रति गहरी शोक और संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि सैनिकों की इस शहादत को देश कभी भी नहीं भूल पायेगा.