नयी दिल्ली: आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम तट पर नौसेना के एक युद्धक जहाज के अटकने पर उसे पहुंचे नुकसान के बाद दुर्घटना की वजह का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिये गये हैं.पिछले 7 महीने में यह 9वीं ऐसा दुर्घटना है जिसमें भारतीय नौसेना के युद्धक जहाज शामिल हुआ है. नौसेना के सूत्रों ने आज बताया कि पिछले हफ्ते हुई इस दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
पिछले साल अगस्त में मुंबई बंदरगाह में पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरक्षक के डूबने के बाद से यह आठवीं घटना है जिसमें नौसेना का कोई युद्धक जहाज शामिल है. सिंधुरक्षक दुर्घटना में उसके सभी 18 कर्मियों की मौत हो गई थी. सूत्रों ने बताया कि मागर श्रेणी का ‘लैंडिंग शिप टैंकर’ पिछले हफ्ते विशाखापत्तनम तट पर फंस गया और उसे नुकसान पहुंचा.
नौसेना के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. हिन्दुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड ने गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स के साथ साङोदारी में इस श्रेणी के सिर्फ दो जहाज बनाए थे. ये जहाज विशाखापत्तनम में नौसेना के अड्डे पर तैनात हैं. नौसेना प्रमुख एडमिरल जोशी ने दावा किया था कि सुरक्षा के मामले में बल का रिकार्ड दुनिया की अन्य नौसेनाओं की तुलना में खराब नहीं है. हालांकि उनके इस दावे के बाद हाल के समय में कई घटनाएं हुई है.