नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लेफ्टिनेंट गवर्नर नजीब जंग से आज आग्रह किया कि 1984 के सिख विरोधी दंगे में वह विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच के आदेश दें. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हाल में एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार के बाद इस मुद्दे पर फिर से बहस छिड़ गई है.
केजरीवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने मामले पर उप राज्यपाल से विचार..विमर्श किया. वह इस बारे में सकारात्मक दिखे. जहां तक एसआईटी के गठन और इसके नियम..कायदे तय करने की बात है तो कैबिनेट की अगली बैठक में हम इस पर निर्णय करेंगे.’’ सिख विरोधी दंगे और गुजरात में हुए 2002 के दंगे के दौरान सरकार की भूमिका की तुलना करते हुए राहुल ने कहा था, ‘‘1984 में सरकार जनसंहार में संलिप्त नहीं थी. गुजरात में ऐसा था.’’ इस बीच समझा जाता है कि केजरीवाल ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के देविंदरपाल सिंह भुल्लर को दिए गए मौत की सजा को आजीवन कारावास में तब्दील करने की मांग की है.
नयी दिल्ली में 1993 में बम विस्फोट में भूमिका निभाने के लिए भुल्लर को दोषी ठहराकर मौत की सजा दी गई थी. विस्फोट में नौ लोग मारे गए थे और 25 अन्य जख्मी हो गए थे. भुल्लर को दी गई मौत की सजा को आजीवन कारावास में तब्दील करने की याचिका की सुनवाई खुली अदालत में सुनने पर कल उच्चतम न्यायालय राजी हो गया था.