नयी दिल्ली : मंत्रिमंडल विस्तार के हफ्ते भर बाद नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल से दो मंत्रियों- नजमा हेपतुल्लाह और जीएम सिद्धेश्वरा ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया जिसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म है क्योंकि पांच जुलाई को जब मोदी मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल हुआ था, तब 19 युवा चेहरों को मंत्री पद दिया गया था. उस वक्त मोदी मंत्रिमंडल से बुजुर्ग मंत्रियों की विदाई की अटकलें गरमाई थीं लेकिन अब हफ्ते भर बाद 75 पार के दो मंत्रियों- नजमा हेपतुल्लाह और जीएम सिद्धेश्वरा ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है, जिसे मंजूर भी कर लिया गया है.
नजमा हेपतुल्ला का मोदी कैबिनेट से इस्तीफा, नकवी को अल्पसंख्यक मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार
केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाली नजमा हेपतुल्ला ने इसके पीछे की वजह निजी कारण बताया है. नजमा ने कहा कि उन्होंने यह ‘‘निजी कारणों’ की वजह से किया है, इसके साथ ही नजमा ने उन्हें लोगों की ‘‘सेवा’ करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त किया. उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में वह उन्हें दी जाने वाली किसी भी जिम्मेदारी के लिए उपलब्ध रहेंगी.
नजमा ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री की अत्यंत आभारी हूं कि उन्होंने मुझे अपने मंत्रिमंडल में अवसर और सम्मान दिया जहां मुझे काफी अनुभव मिला और ‘सबका साथ सबका विकास’ के प्रति उनकी :मोदी: उम्मीदों को पूरा करने का प्रयास किया.’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं भविष्य में मुझे दी जाने वाली किसी भी जिम्मेदारी के लिए उपलब्ध रहूंगी. मैंने अपने पद से निजी कारणों से इस्तीफा दिया है.’
सूत्रों की माने तो मोदी कैबिनेट विस्तार के वक्त नजमा और सिद्धेश्वरा का इस्तीफा इसलिये नहीं हो पाया था क्योंकि तब दोनों देश से बाहर थे.