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कश्मीर हिंसा : अब तक 32 मौतें, PM मोदी ने राज्य को हर सहायता देने का भरोसा दिलाया

नयी दिल्ली/श्रीनगर/इसलामाबाद : जम्मू-कश्मीर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने आवास पर बुलायी गयी उच्चस्तरीय बैठक खत्म हो गयी है. बैठक के संबंध में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री जम्मू-कश्मीर हिंसा को लेकर बहुत चिंतित हैं, यही कारण है कि स्वदेश लौटने के तुर्ंत बाद ही उन्होंने समीक्षा […]

नयी दिल्ली/श्रीनगर/इसलामाबाद : जम्मू-कश्मीर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने आवास पर बुलायी गयी उच्चस्तरीय बैठक खत्म हो गयी है. बैठक के संबंध में जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री जम्मू-कश्मीर हिंसा को लेकर बहुत चिंतित हैं, यही कारण है कि स्वदेश लौटने के तुर्ंत बाद ही उन्होंने समीक्षा बैठक आयोजित की. बैठक में उन्होंने स्थिति की पूरी जानकारी ली. उन्होंने घटना पर चिंता जतायी और मार्गदर्शन भी दिया. प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर की जनता से यह अपील की है कि वे शांति बनाये रखें, ताकि स्थिति सामान्य हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाये कि किसी निर्दोष को हानि ना पहुंचे. प्रधानमंत्री ने अमरनाथ यात्रा की व्यवस्था पर संतोष जतायी. उन्होंने प्रदेश सरकार से कहा है कि अगर केंद्र से कोई सहायता चाहिए, तो वह उपलब्ध करायी जायेगी. बैठक में पाकिस्तान ने जिस तरह का रुख अपनाया है उसपर चर्चा हुई या नहीं इस संबंध में जीतेंद्र सिंह ने कुछ भी नहीं कहा. बैठक में गृह मंत्री,रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मौजूद थे.

पड़ोसी देश पाकिस्तान में प्रधानमंत्री से लेकर आतंकी आका तक हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत पर दुखी हैं. वहां के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोशल मीडिया के जरिये कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई पर सवाल उठाया है. एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम में पाकिस्तान ने सोमवार को भारतीय उच्चायुक्त गौतम बंबावाले को इसलामाबाद में तलब किया और बुरहान वानी व अन्य लोगों की मौत पर गंभीर चिंता प्रकट की. कश्मीर मामले की निष्पक्ष व पारदर्शी जांच की मांग की. कश्मीर में तनाव और हिंसा की चपेट में आकर अबतक 32 लोगों की मौत हो गई है. जम्मू-कश्‍मीर के हालात को देखते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह का अमेरिका दौरा रद्द कर दिया गया है.

कश्मीर में अशांति जारी रहने के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल अपनी केन्या यात्रा बीच में ही छोड़ कर सोमवार को स्वदेश लौट आए और विश्वास जताया कि घाटी की स्थिति का कोई हल निकल आएगा. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केन्या दौरे पर थे.

विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि उनका देश कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर उठायेगा. इस बीच भारत ने दो टूक कहा कि काेई देश हमारे आंतरिक मामलों में दखल न दे. यह भी कहा कि पाकिस्तान की टिप्पणी से स्पष्ट है कि आतंकवाद से उसके लगातार जुड़ाव हैं. इधर, मुंबई पर 26/11 हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद और हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन ने आतंकी बुरहान वानी को शहीद करार दिया है.

सईद ने नवाज की पीठ थपथपायी, बोला मौके का फायदा उठाएं

लंदन में ओपन हार्ट सर्जरी कराके लौटे पाक पीएम शरीफ ने वानी की मौत पर गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि इससे जम्मू -कश्मीर के लोगों को आत्मनिर्णय के अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता. बुरहान और अन्य लोगों के लिए गायबाना नमाज की योजना बनाने वाले सईद ने कहा कि कश्मीर में मुद्दों का समाधान कश्मीरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप होना चाहिए. सईद ने नवाज शरीफ के बयानों का स्वागत किया. एक रिकॉर्ड संदेश में पाकिस्तान सरकार को नसीहत दी कि कश्मीर हिंसा का फायदा उठाये.

भारत बोला : ताजा हिंसा के पीछे पाकिस्तान की भूमिका उजागर
पाकिस्तान की टिप्पणी पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह भारत के उस दावे को पुष्ट करता है कि पड़ोसी देश आतंकियों को शरण देता है . विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने पड़ोसी देश को सलाह दी कि वह अपने पड़ोसियों के आतंरिक मामलों में दखल देने से परहेज करे.केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि कश्मीर घाटी के ताजा हिंसक प्रदर्शनों में पाकिस्तान की भूमिका अब पूरी तरह से स्पष्ट है.सबूत सामने हैं. इस बीच कश्मीर घाटी में तीसरे दिन भी हिंसा और आगजनी जारी रही, जिसमें मरने वालों की तादाद 23 पहुंच गयी है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल घाटी में हिंसा पर काबू पाने के प्रयासों में शामिल होने के लिए केन्या से स्वदेश लौटे. हिंसा से कश्मीर में सामान्य जनजीवन पंगु हो गया है. सोमवार को भीड़ ने सोपोर में एक पुलिस थाने को आग के हवाले कर दिया. कश्मीर में अन्य सुरक्षा प्रतिष्ठानों के साथ पुलवामा में वायुसेना के हवाईअड्डे को निशाना बनाया. तीन दिनों में पथराव की घटनाओं में भी कोई कमी नहीं आयी है. केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों से कुल 800 अतिरिक्त जवानों को जम्मू-कश्मीर भेजा गया है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा की. उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी कश्मीर के हालात पर चर्चा की.

आज पीएम करेंगे हालात की समीक्षा

चार अफ्रीकी देशों की यात्रा से मंगलवार यानी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेश लौट चुके हैं. आज वे 10 बजे से जम्मू कश्मीर की स्थिति पर बैठक कर रहे हैं. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री को कश्मीर की मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तृत ब्योरा दिया जायेगा.

सुरक्षाबल विवेकपूर्ण इस्तेमाल करें बल का

गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों व अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक में सुरक्षाबलों से बल का विवेकपूर्ण तरीके से इस्तेमाल करने और अमरनाथ तीर्थयात्रियों का सुगम आवागमन सुनिश्चित करने को कहा गया. सभी बलों से सीमा पार से घुसपैठ के ताजा प्रयासों को रोकने के लिए सीमा पर चौकसी बढ़ाने को कहा गया.

सरकार सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करे

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मामलों में कोई समझौता नहीं हो सकता. आतंक से कड़ाई से निपटा जाना चाहिए. हालांकि, संघर्षों में लोगों की जान जाने पर भी क्षोभ व्यक्त किया. इस बात का उल्लेख किया कि पिछले दो दशकों से भी अधिक समय में जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक प्रक्रिया को बल मिला है और यह बेकार नहीं जाना चाहिए.

जम्मू से अमरनाथ यात्रा दोबारा शुरू

दो दिन से रुकी अमरनाथ यात्रा सोमवार को जम्मू से दोबारा शुरू हुई. बालटाल व पहलगाम के लिए भगवतीनगर बेस कैंप से 3500 श्रद्धालुओं का एक जत्था रवाना हुआ. यह यात्रा घाटी में हिंसा के चलते नौ जुलाई को निलंबित कर दी गयी थी. इससे पहले आज दिन में श्रद्धालुओं ने राज्य व केंद्र सरकारों से इस यात्रा को नहीं रोकने और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने का अनुरोध किया था.

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