नयी दिल्ली: मोदी कैबिनेट विस्तार मेंआजजहां आज प्रकाश जावडेकर का प्रमोशन हुआ हैं और 19 नए चेहरों को जगह दी गई है वहीं खबर है कि पांच मंत्रियों को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाया भी गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार निहालचंद, राम शंकर कठेरिया, सांवर लाल जाट, मनसुखभाई डी वासवा और एम के कुंडारिया को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपनी मंत्रिपरिषद का बडा विस्तार करते हुए 19 नये चेहरों को शामिल किया. इसमें कुछ दलित और ओबीसी नेताओं को शामिल किया गया है और साथ ही अगले साल उत्तर प्रदेश और गुजरात में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इन राज्यों को तवज्जो दी गई है. पर्यावरण मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रकाश जावडेकर का दर्जा बढाकर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया. सभी नए चेहरों को राज्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई.
आज की कवायद को दलितों और ओबीसी को लुभाने के भाजपा के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है, जिनके वोट उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में भाजपा के चुनावी भाग्य के लिए महत्वपूर्ण होंगे. विजय गोयल और फग्गन सिंह कुलस्ते को छोडकर सभी नए चेहरे हैं. वहीं, इनमें से कुछ चेहरे भाजपा शासित राज्य सरकारों में मंत्री रह चुके हैं. राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा मंत्री के रुप में शपथ लेने वाले सांसदों में अजय टम्टा, अर्जुन राम मेघवाल, कृष्णा राज, रामदास अठावले, रमेश सी जिगाजिनागी शपथ लेने वाले दलित सांसदों में शामिल हैं.
मोदी सरकार में शामिल किए गए अन्य मंत्रियों में अनुप्रिया पटेल, एस एस अहलूवालिया, पी पी चौधरी, सी आर चौधरी, एम जे अकबर, जे भाभोर, पुरुषोत्तम रुपाला, मनसुखभाई मंडाविया, एस आर भामरे, महेंद्र नाथ पांडेय, ए एम दवे और राजन गोहैन शामिल हैं. अठावले भाजपा के सहयोगी दल आरपीआई से आते हैं, वहीं शेष भाजपा से हैं. कुल 19 नए चेहरों में से तीन उत्तर प्रदेश, तीन गुजरात और तीन मध्य प्रदेश से हैं, जबकि राजस्थान से चार लोगों को शपथ दिलाई गई.