-भाजपा कार्यसमिति की बैठक, पार्टी ने कहा-
नयी दिल्लीः कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करने पर भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस रिंग में बिना कप्तान के ही उतरना चाहती है. पहले हमसे पूछती थी कि आपका कप्तान कौन होगा. हमने बता दिया, तो अब अपना कप्तान रिंग में भेजने को तैयार नहीं. परिणाम आने से पहले ही कांग्रेस ने हार मान ली है. भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राहुल का यह कहना कि ‘हम हारें या जीतें’ स्पष्ट करता है कि वह हार मान चुके हैं.
वर्ना चुनाव के शुभ अवसर पर कोई हार जैसे अशुभ शब्द नहीं बोलता. इससे पहले, भाजपा ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि आगामी लोकसभा चुनाव में उसकी सरकार बनने में बाधाएं डालने के लिए कांग्रेस आम आदमी पार्टी (आप) सहित विभिन्न दलों से सांठगांठ के हथकंडे अपना रही है. मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि वह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘मजबूर’ सरकार बनाने के कांग्रेसी मंसूबों को पूरा नहीं होने देगी. बैठक के उद्घाटन भाषण में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, ‘कांग्रेस अब अपनी जीत के प्रयास छोड़ कर सारे हथकंडे अपना रही है कि मोदी के नेतृत्व में ‘मजबूत नहीं मजबूर’ सरकार बने, जिसे मौका मिलने पर अस्थिर किया जा सके.’राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष ने पार्टी बैठक से इतर कहा,’शायद देर से कांग्रेस इस वास्तविकता को पचा पायी कि अगर सरकार बनाने की कोई संभावना नहीं है, तो प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार क्यों घोषित किया जाये.’ राजनाथ सिंह ने कहा, ‘देश का राजनीतिक मौसम और मिजाज बदल चुका है. कांग्रेस के कुशासन, अनिर्णय और भ्रष्टाचार के खिलाफ जनता में जबरदस्त जनाक्रोश है. जनता विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रति अपने गुस्से का इजहार कर चुकी है.’ सिंह ने कहा कि यूपीए अब एनपीए (गैर निष्पादित आस्तियां) बन गया है, जिसे बट्टे खाते में डाल दिया जाना चाहिए और जनता ऐसा करने की तैयारी कर चुकी है.
भाजपा राष्ट्रीय परिषद की बैठक आज
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के बाद शनिवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी. इस तीन दिवसीय जमावड़े में नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, लाल कृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली सहित देश भर के 10 हजार नेता और कार्यकर्ता हिस्सा ले रहे हैं. कार्यसमिति की बैठक में सुषमा स्वराज राजनीतिक प्रस्ताव और अरुण जेटली आर्थिक प्रस्ताव रखेंगे.