हैदराबाद : विश्व का सबसे बड़ा मालवाहक विमान -एंतोनोव एएन-225 बीती रात हैदराबाद के शमशाबाद राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा. इसके बाद ये ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में लैंड करेगा. आपको बता दें कि ये अपनी पहली कमर्शियल फ्लाइट पर है. इस मालवाहक विमान में छह टर्बोफेन इंजन लगे हैं और यह अब तक बना सबसे बड़ा व भारी विमान है.
इस विमान की खासियत और इसकी क्षमता ने सभी को अपनी ओर आकर्षित किया है जिसका इस्तेमाल अबतक कई देश कर चुके हैं. यह विमान किसी भी बड़े विमान की तुलना में कई गुना अधिक है. इस विमान का निर्माण 80 के दशक में किया गया था जब रूस के एक स्पेसक्राफ्ट को लॉन्चपैड तक ले जाना था.
640 टन क्षमता
600 टन वजनी इस कार्गो जेट में छह इंजन लगे हैं जिसके कारण यह एक बार में 640 टन सामान ले जा सकता है. यह दुनिया का अकेला ऐसा प्लेन है, जिसका विंग एरिया बोइंग 747 प्लेन के विंग एरिया से करीब दोगुना है. बोइंग 747 विंग का एरिया 5825 स्क्वेयर फीट होता है जबकि इसका विंग एरिया 9,740 स्क्वेयर फीट है. विमान दो एयरक्राफ्ट का वजन अपने में समा सकता है या नहीं तो 10 ब्रिटिश टैंक लादकर उड़ान भर सकता है. यदि इसमें वजन नहीं डाला जायें तो विमान बिना रिफ्यूलिंग के 18 घंटे तक नॉन स्टॉप आकाश में उडान भर सकता है.
नासा के भी काम आ चुका है विमान
इस कार्गो का लंबे समय तक सोवियत आर्मी ने इस्तेमाल किया था साथ ही इसका उपयोग नासा ने स्पेसशिप ले जाने के लिए किया था.