देहरादून : उत्तराखंड की जंग में विजयी होने के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत के हौसले बुलंद हैं. आज उन्होंने जहां कैबिनेट की बैठक कर अपने पूर्व के शासनदेशों व फैसलों को तेजी से लागू करने का निर्णय लिया और इस बाबत अफसरों को निर्देश दिये, वहीं वे दिल्ली में आज कांग्रेस हाइकमान से मुलाकात भी करने वाले हैं.कांग्रेसमें हरीश रावत के विरोधी विजय बहुगुणा व हरक सिंह रावत किनारे हो चुके हैं और बदली हुई परिस्थितियों में उन्हें भाजपा से भी बहुत कुछ मिलने की अब उम्मीदें नहीं हैं.
संभावना जतायी जा रही है कि हरीश रावत अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की जगह इसी साल विधानसभा चुनाव का भी एलान कर सकते हैं. इसके ठोस कारण भी हैं. नैतिक व कानूनी जीत के बाद उनके प्रति लोगों में सहानुभूति है, उनके विरोधी किनारे हो चुके हैं और कांग्रेस हाइकमान स्पष्ट कर चुका है कि हरीश रावत ही उत्तराखंड कांग्रेस के चेहरा हैं और रहेंगे.
कैबिनेट की बैठक
राष्ट्रपति शासन हटने के बाद बहाल हुई हरीश रावत सरकार ने आज अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में पूर्व मेंलिए गये निर्णयों को जल्द लागू करने और पहले जारी हुए शासनादेशों पर जल्द कार्रवाई करने का निर्णय लिया. सूचना विभाग से जारी एक संक्षिप्त नोट के अनुसार, मुख्यमंत्री हरीश रावत की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कैबिनेट द्वारा पूर्व में लिये गये निर्णयों तथा शासनादेशों को जल्द लागू करने का निर्णय लिया गया. डेढ़ महीने बाद प्रदेश में राष्ट्रपति शासन हटने और सरकार बहाली के बाद रावत ने कल इस बात पर चिंता प्रकट की थी कि राज्य मेंं चले अनिश्चितता के दौर से उत्तराखंड को काफी भारी नुकसान हुआ है और कहा था कि वह उसकी भरपाई के लिये मेहनतसेकाम करेंगे.
राज्यपाल से की मुलाकात
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज राज्यपाल से भेंट कर उन्हें धन्यवाद कहा. उन्होंने सरकार की अनुपस्थिति में उनके शानदार कार्यप्रबंधन की तारीफ भी की.