भोपाल/उज्जैन : सिंहस्थ कुंभ में महिला साधुओं की मंडली ने भी शाही स्नान का लुत्फ उठाया. आखिर 12 सालों के इंतजार के बाद यह मौका आया जब उन्होंने यहां शाही स्नान किया. स्नान के बाद उन्होंने कहा कि वे इस अवसर पर काफी उत्साहित और व्याकुल थीं. यहां महिला साधुओं के लिए स्नान के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की गई थी. सिंहस्थ कुंभ के दौरान आज लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां डुबकी लगाएंगे. ज्योतिषाचार्यों ने इस संबंध में जानकारी दी कि शुक्रवार सुबह 6 बजे मेष लग्न में अमृत स्नान शुरू हुआ. उनका कहना है कि मेष राशि में सूर्य व बुध के होने से उच्च बुधादित्य योग बना है जो काफी श्रेष्ठ योग है. आपको बता दें कि 21 मई तक करीब 5 करोड़ लोगों के यहां आने का अनुमान है.
जूना अखाडा के साधु संतों के पहुंचने के साथ ही कुंभ मेला शुरू
क्षिप्रा नदी में शाही स्नान के लिए आज सुबह जूना अखाडा के साधु संतों के पहुंचने के साथ ही हिंदुओं का सबसे बडा समागम और एक माह तक चलने वाला सिंहस्थ (कुंभ) मेला यहां शुरू हो गया. भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन में हर 12 साल के अंतराल में एक बार होने वाले सिंहस्थ मेले में पवित्र स्नान करने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से बडी संख्या में लोग यहां आए हैं. देश में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग उज्जैन में है. क्षिप्रा नदी के तट पर व्यापक इंतजाम किए गए हैं और सभी 13 अखाडों के साधु तथा संत एक के बाद एक करके पवित्र स्नान करेंगे. एक माह तक चलने वाले कुंभ मेले के लिए उज्जैन पूरी तरह तैयार है. इस दौरान साधु संतों सहित करीब पांच करोड लोगों के उज्जैन पहुंचने का अनुमान है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह ‘‘हरित सिंहस्थ’ होगा.
क्या कहा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि तीर्थनगरी उज्जैन शुक्रवार से शुरू होकर एक माह तक चलने वाले सिंहस्थ मेले के लिये पूरी तरह से तैयार है. उज्जैन देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक भगवान महाकालेश्वर के मंदिर के लिये भी विख्यात है. सिंहस्थ के मौके पर चौहान ने कहा कि उज्जैन में शुक्रवार से शुरू होकर एक माह तक चलने वाले धार्मिक मेले सिंहस्थ के लिये प्रदेश शासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. सिंहस्थ के दौरान आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्टरीय वैचारिक महाकुंभ का 12 मई को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शुभारंभ करेंगे तथा 14 मई को इसका समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय वैचारिक महाकुंभ में विद्वानों द्वारा ग्लोबल वार्मिग, पर्यावरण और प्रदूषण, मूल्य आधारित जीवन, विज्ञान एवं अध्यात्म, धर्म से मानव कल्याण, कृषि कुंभ में कृषि संबंधी सभी विषय, शक्ति कुंभ में महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता जैसे विभिन्न ज्वलंत विषयों पर विचार मंथन किया जायेगा. उन्होंने कहा कि दूसरे शब्दों में यह हरा सिंहस्थ होगा.
पांच करोड श्रद्धालुओं के उज्जैन आने की उम्मीद
चौहान ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि वैचारिक महाकुंभ में निकाले गये विभिन्न विषयों के निष्कर्षों को मध्यप्रदेश सरकार अमल में लायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ में शाही स्नान के दौरान कोई वीआईपी या वीवीआईपी अतिथि प्रवेश नहीं करेगा ताकि यह बिना किसी बाधा के सम्पन्न हो सके. एक माह चलने वाले सिंहस्थ मेले में देश विदेश से लगभग पांच करोड श्रद्धालुओं के उज्जैन आने की उम्मीद है. इसके लिये सुरक्षा के तगडे इंतजाम किये गये हैं तथा प्रदेश के विभिन्न जिलों से पुलिस बल को बुलाकर यहां पदस्थ किया गया है.चौहान ने कहा कि इस बार सिंहस्थ में किन्नरों ने भी अपना अखाडा मेला क्षेत्र में स्थापित किया है और इन्होंने अपनी पेशवाई (जुलूस) भी शहर में निकाली जिसका लोगों द्वारा जगह-जगह स्वागत किया गया.
व्यापक सुरक्षा इंतजाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ शुरु होने से पहले इसमें शामिल होने वाले साधु-संतो के 13 अखाडों द्वारा शहर में अपनी-अपनी पेशवाई निकाली जा चुकी है. उन्होंने बताया कि श्रीलंका और नेपाल के राष्ट्र प्रमुखों सहित अन्य देशों के प्रमुख लोग भी एक माह तक चलने वाले सिंहस्थ में शामिल होने उज्जैन आयेंगे. उज्जैन के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) मधुकुमार ने कहा कि सिंहस्थ के एक माह के दौरान उज्जैन में करीब पांच करोड लोगों के उज्जैन आने की और पवित्र क्षिप्रा नदी में स्नान करने की उम्मीद है. इसके लिये पुलिस के व्यापक सुरक्षा इंतजाम किये गये हैं तथा मेला क्षेत्र में 22,000 पुलिसकर्मी लोगों की सुरक्षा के लिये तैनात किये गये हैं. शाही स्नान के दिनों में 25,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जायेगा.