रायपुर : छत्तीसगढ के बस्तर जिले में अज्ञात लोगों ने चर्च में मौजूद पादरी और उनकी पत्नी पर हमला कर वहां रखे सामानों में आग लगा दी. बस्तर जिले के पुलिस अधीक्षक आर एन दास ने आज बताया कि इस महीने की 17 तारीख को जिले के परपा थाना क्षेत्र के अंतर्गत करनजी मातागुडी पारा गांव में धारदार हथियारों से लैस दो लोगों ने चर्च में हमला कर पादरी और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की तथा वहां रखे सामानों में अगा लगा दी. पादरी दीनबंधु समेली की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है तथा आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है.
2 people came on Sunday night, forced me to open the Church and then set few things on fire:Deenbandhu,Church Pastor pic.twitter.com/iSA4JhiAKN
— ANI (@ANI) April 19, 2016
दास ने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली है कि दो लोग रविवार की शाम चर्च पहुंचे तथा वहां प्रार्थना करने की बात कही. चर्च में प्रवेश करने के बाद उन्होंने पादरी और उनकी पत्नी पर हमला कर दिया और वहां रखे सामानों में आग लगा दी. पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी वहां से भाग गए. बाद में जब पुलिस को घटना की जानकारी मिली तब चर्च के लिए पुलिस दल रवाना किया गया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 295, 392, 452, 435, 323 और 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आरोपियों की तलाश की जा रही है और उम्मीद है जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इधर छत्तीसगढ क्रिश्चियन फोरम के अध्यक्ष अरुण पन्नालाल ने आरोप लगाया है कि घटना को बजरंग दल के लोगों ने अंजाम दिया है लेकिन पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. पन्नालाल ने कहा कि इस क्षेत्र में ईसाई समुदाय पर यह तीसरा हमला है. उन्होंने बताया कि घटना के बारे में जानकारी मिली है कि कुछ लोग चाकू, हथौडा, तलवार और पेट्रोल से लैस होकर चर्च पहुंचे थे. बाद में उन्होंने वहां तोडफोड शुरू कर दी और वहां रखे पवित्र ग्रंथों और अन्य सामानों में आग लगा दी थी.
वहीं उन्होंने पादरी और उनकी गर्भवती पत्नी पर भी पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश की थी. लेकिन फिर वह भाग निकले. उन्होंने कहा कि हालंकि घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल पुलिस घटनास्थल पहुंच गई थी तथा सुरक्षा के लिए जवानों को भी तैनात कर दिया गया है.