नयी दिल्ली : पाकिस्तान के कोट लखपत जेल में 11 अप्रैल को रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए भारतीय कैदी किरपाल सिंह का शव आज स्वदेश लाया जाएगा. इस मामले को लेकर सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने आज कहा कि जब मैंने किरपाल सिंह के शव को भारत लाने की खबर सुनी तो मुझे मेरे भाई के बारे में वह सारा वाक्या याद आने लगा जब उसके शव को भारत लाया गया था. दलबीर कौर ने कहा कि मेरा मानना है कि किरपाल की मौत हार्ट अटैक से तो नहीं हुई है. इसके पीछे कारण कारण कुछ और है.
Mainly our 2 prisoners in Pak jails are in danger-Kuldeep Kumar from Ahmedabad & Ansari from Maharashtra:Dalbir Kaur pic.twitter.com/MXGihG3td7
— ANI (@ANI) April 19, 2016
दलबीर कौर ने कहा कि मुझे कहीं से जानकारी मिली है कि लाहौर जेल प्रशासन को आदेश दिया गया है कि जेल में बंद 11 भारतीय कैदियों को मार दिया जाए. फिलहाल दो भारतीय कैदियों को वहां खतरा है. पहला कुलदीप कुमार जो अहमदाबाद के हैं और दूसरा अंसारी जिनका संबंध महाराष्ट्र से है.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो लाहौर के जिन्ना हॉस्पिटल में पाकिस्तानी डॉक्टर आज सुबह उनके शव का पोस्टमॉर्टम करेंगे जिसके बाद भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों वे किरपाल का शव सौंपेंगे. भारत लाए जाने के बाद किरपाल के शव का अंतिम संस्कार उनके गांव में किया जाएगा.
आपको बता दें कि किरपाल सिंह के परिवार के सदस्य 15 अप्रैल को गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिले थे जिसके बाद सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया था कि शव को भारत लाने के मामले में पूरी मदद की जाएगी. किरपाल सिंह 25 साल से अधिक समय से पाकिस्तान के जेल में बंद थे. लाहौर जेल में भारतीय कैदी किरपाल सिंह की मौत पर पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा है कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी.