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मिजोरम ने कांग्रेस को वजह दी मुस्कुराने की

एजल : बाकी राज्यों में कड़ी पराजय का सामना करने वाली कांग्रेस मिजोरम विधानसभा चुनावों में भारी जीत हासिल करके अपना सम्मान बचाने में कामयाब रही. ललथनहवला के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनावों में 34 सीटें हासिल कीं जबकि त्रिदलीय विपक्षी गठबंधन (मिजोरम डेमोक्रेटिक अलायंस) के हिस्से महज 6 ही सीटें आयीं विधानसभा में कुल […]

एजल : बाकी राज्यों में कड़ी पराजय का सामना करने वाली कांग्रेस मिजोरम विधानसभा चुनावों में भारी जीत हासिल करके अपना सम्मान बचाने में कामयाब रही. ललथनहवला के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनावों में 34 सीटें हासिल कीं जबकि त्रिदलीय विपक्षी गठबंधन (मिजोरम डेमोक्रेटिक अलायंस) के हिस्से महज 6 ही सीटें आयीं विधानसभा में कुल 40 सीटें हैं. ललथनहवला पांचवी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने हैं. इस बार उन्हें लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद मिला है.

चुनाव आयोग को मतदान और मतगणना की तारीखों में बदलाव करना पड़ा था क्योंकि गिरिजाघरों, गैर सरकारी संगठनों और राजनैतिक दलों ने इन तारीखों के गिरिजाघरों के समारोहों के साथ पड़ने पर आपत्ति जतायी थी.

वर्ष 2013 में एजल शहर के उत्तरी भाग में भारी भू-स्खलन की वजह से 17 लोगों की मौत हो गई थी. इस भूस्खलन में एक सरकारी कार्यालय की इमारत गिर गई और उसके साथ 11 निजी इमारतें भी गिर गयी. इस साल पड़ोसी बांग्लादेश में कथित रुप से छिपे उग्रवादियों द्वारा अपहरण करने का सिलसिला जारी रहा.

परिष्कृत हथियारों के बड़े जखीरे इस साल बरामद हुये. राज्य की पुलिस और असम राइफल्स ने एक संयुक्त अभियान के तहत मार्च में लेंग्पुई हवाईअड्डे के पास स्थित फार्म हाउस से 33 हथियार बरामद किए. पुलिस ने कहा कि ये हथियार म्यांमा से तस्करी करके लाये गये थे और ये हथियार बांग्लादेश की शांति बाहिनी के संगठन चटग्राम जन संगत समिति के लिए थे.

मिजोरम सरकार और मणिपुर के हमार पीपुल्स कन्वेंशन-डेमोक्रेटस के बीच बातचीत 31 जनवरी को शुरु हुई थी लेकिन साल के अंतिम दौर में यह पटरी से उतर गयी. इसके अलावा वर्ष 1997 से चला आ रहा ब्रूस लोगों को पड़ोसी त्रिपुरा जिले के राहत शिविरों से स्वदेश वापस भेजने का सवाल भी लोगों और सरकार को परेशान करता रहा.

केंद्र और त्रिपुरा व मिजोरम की सरकारों के प्रयासों से ब्रू लोगों को स्वदेश भेजने की प्रक्रिया 30 सितंबर को शुरु हुई और इसके तहत लगभग 100 लोग मिजोरम लौट आये. हालांकि यह प्रक्रिया जारी नहीं रह सकी क्योंकि निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को लगा कि यह चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन होगा क्योंकि ब्रू परिवारों के पुनर्वास के काम के लिए पैसा पुनर्वास पैकेज के तहत आता है. डेविड जोमंगईहा द्वारा पूर्वोत्तर के दस अन्य पर्वतारोहियों के साथ एवरेस्ट की चोटी फतह करने से मिजो जनता को गर्व की अनुभूति हुई.

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