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आंध्र प्रदेश: नांदेड एक्‍सप्रेस बनी बर्निंग ट्रेन, 26 लोग जिंदा जले

अनंतपुर (आंध्र प्रदेश) : बेंगलूर-नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में आज तड़के भीषण आग लगने से दो बच्चों सहित 26 लोग नींद में ही जिंदा भुन गये. हादसे में 13 लोग घायल हुए हैं. ट्रेन के इंजन से चौथे वातानुकूलित 3 टायर कोच बी-1 में श्री सत्य साई प्रसांती निलयम रेलवे स्टेशन के निकट […]

अनंतपुर (आंध्र प्रदेश) : बेंगलूर-नांदेड़ एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में आज तड़के भीषण आग लगने से दो बच्चों सहित 26 लोग नींद में ही जिंदा भुन गये. हादसे में 13 लोग घायल हुए हैं.

ट्रेन के इंजन से चौथे वातानुकूलित 3 टायर कोच बी-1 में श्री सत्य साई प्रसांती निलयम रेलवे स्टेशन के निकट तड़के करीब पौने चार बजे आग लग गयी. उस समय लगभग सभी यात्री गहरी नींद में थे. यह जगह बेंगलूर से 170 किलोमीटर उत्तर पूर्व में है.

आग का पता चलते ही चालक ने बस को कोटचेरुवु रेलवे स्टेशन के नजदीक रोका और लपटों से घिरे डिब्बे को अलग किया गया, जिससे आग बाकी डिब्बों तक नहीं पहुंच पायी.

अनंतपुर जिला कलेक्टर लोकेश कुमार ने संवाददाताओं को बताया, राहत अभियान जारी है. हादसे में दो बच्चों सहित 26 लोगों की जलकर मौत हो गई. ट्रेन में जिस समय आग लगी, उस समय अधिकतर लोग सोए हुए थे. गुंताकल रेलवे पुलिस अधीक्षक जनार्दन ने बताया कि हादसे में झुलसे 13 लोगों को अनंतपुर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हादसे में लोगों की मौत पर शोक प्रकट किया है. उन्होंने रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे से बात की और घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में जानकारी ली. खड़गे ने इस हादसे को दु:खद एवं अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए मामले की रेल सुरक्षा आयुक्त से जांच कराने के आदेश दिए हैं.

रेल मंत्री ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये, गंभीर रुप से घायलों के लिए एक-एक लाख रुपये और अन्य घायलों को 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. उन्होंने सदस्य इलेक्ट्रिकल और महानिदेशक (स्वास्थ्य) जैसे वरिष्ठ अधिकारियों से घटनास्थल पर जाने को कहा है.

खड़गे ने बताया कि वातानुकूलित डिब्बे में 67 यात्री थे जिनमें से 23 आग में फंस गए, जबकि अन्य लोग नीचे उतरने में कामयाब रहे क्योंकि अटेंडेंट ने धुआं उठते देख लिया था और ट्रेन रोक दी गई थी.

घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों से मिली प्रारंभिक खबरों के हवाले से खड़गे ने कहा, हो सकता है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी हो लेकिन असल कारण जांच में ही सामने आएगा. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि दुर्घटनास्थल के मुआयने के लिए बेंगलूर और हैदराबाद से फॉरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया गया है. रेल मंत्री और रेल बोर्ड के अध्यक्ष दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो रहे हैं.

दुर्घटनाग्रस्त डिब्बे को अलग कर दिया गया है और ट्रेन ने आगे की यात्रा शुरु कर दी है. कलेक्टर ने कहा कि वरिष्ठ रेल अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं और राहत तथा चिकित्सा दल हरकत में आ गए हैं.

दक्षिण पश्चिम रेलवे ने कहा कि ट्रेन कल रात 10 बजकर 45 मिनट पर बेंगलूर से चली थी. इसमें 16 डिब्बे लगे थे जिनमें से एक एसी-3 टियर कोच (बी-1) डिब्बे में आग लग गई. यह इंजन से चौथा डिब्बा था. इस डिब्बे में श्री सत्यसाईं प्रशांतिनिलायम के नजदीक तड़के 3 बजकर 45 मिनट पर आग लग गई. इसने कहा कि प्रभावित डिब्बे में 65 यात्री सवार थे.

दक्षिण पश्चिम रेलवे ने एक बयान में कहा कि आठ झुलसे हुए लोगों को उपचार के लिए ले जाया गया. इनमें से तीन को छुट्टी दी जा चुकी है और पांच को अनंतपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.रेलवे अधिकारियों के अनुसार यात्रियों के शव दुर्घटनास्थल से बेंगलूर के विक्टोरिया अस्पताल लाए जा रहे हैं. बयान में कहा गया कि खड़गे ने रेल अधिकारियों को प्रभावित यात्रियों को बेहतरीन इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.

रेल मंत्री के निर्देशों के अनुसार रेलवे बोर्ड के अधिकारी-सदस्य इलेक्ट्रिकल कुल भूषण और महानिदेशक स्वास्थ्य दिल्ली से घटनास्थल के लिए रवाना हो रहे हैं. रेलवे ने यात्रियों के परिजनों से कहा है कि वे दुर्घटनास्थल पर नहीं जाएं और शवों की पहचान के लिए विक्टोरिया अस्पताल पहुंचें.

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अरणोंद्र कुमार ने कहा कि दुर्घटना के पीछे का कारण अभी पता नहीं चल पाया है. उन्होंने कहा कि हालांकि हादसे के प्रथमदृष्टया दो कारण हो सकते हैं. पहला कारण शार्ट सर्किट हो सकता है और दूसरा कारण ज्वलनशील पदार्थ की मौजूदगी हो सकता है. कुमार ने कहा कि घटना की भीषणता को देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि यह शॉर्ट सर्किट के चलते हुई. यह पूछे जाने पर कि क्या आग लगने का कारण ट्रेन में ज्वलनशील पदार्थ की मौजूदगी हो सकता है, उन्होंने कहा कि ऐसा हो सकता है और इसकी जांच की जाएगी.

कुमार ने कहा, हमने दुर्घटनास्थल की जांच के लिए बेंगलूर और हैदराबाद से फोरेंसिक विशेषज्ञों को बुलाया है. रेल मंत्री और रेल बोर्ड के अध्यक्ष दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो रहे हैं. दुर्घटनाग्रस्त कोच को रेलगाड़ी से अलग कर दिया गया है और ट्रेन ने आगे की यात्र शुरु कर दी है.

रेल विभाग ने यात्रियों और पीड़ितों के परिजन को ताजा जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर शुरु किए हैं. बेंगलूर के नंबर हैं -080 22354108, 080 22259271, 080 22156551 और 080 22156554 निलायम स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के हेल्पलाइन नंबर हैं- 085 55280125 और 097 31666863

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