नयी दिल्ली : दिल्ली में यमुना नदी के किनारे होने वाले श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम पर आज भी नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल (एनजीटी) में सुनवाई जारी रहेगी. इससे पहले मंगलवार को इस कार्यक्रम पर कोई फैसला नहीं हो सका. गौरतलब है कि एनजीटी ने केंद्र सरकार से प्रश्न किया है कि यमुना किनारे किसी भी अस्थायी ढांचे को बनाने के लिए इन्वायरन्मेंटल क्लियरेंस की ज़रूरत क्यों नहीं है? तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम को एनजीटी में चुनौती दी गयी है. वहीं खबर है कि मुख्य अतिथि के तौर पर इस कार्यक्रम में उपस्थित रहने से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इनकार कर दिया है.
राष्ट्रपति का इनकार
राष्ट्रपति भवन के सूत्रों से पता चला है कि इस कार्यक्रम के उद्घाटन पर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ पहुंचने वाले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि वह सम्मेलन में उपस्थित नहीं हो पाएंगे. दूसरी ओर आपत्ति पर सफाई देते हुए आध्यात्मिक गुरू रविशंकर ने कहा कि उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए यमुना को इसलिए चुना ताकि वह नदी की सफाई को लेकर लोगों को जागरुक कर सकें. रविशंकर ने कहा कि उनकी संस्था से जुड़े कई स्वयंसेवियों ने पहले भी यमुना से कचरा साफ करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि वह पूरे देश में किसी भी खूबसूरत जगह को चुन सकते थे लेकिन उन्होंने लोगों को जागरुक करने के लिए ही इस जगह को चुना है.
दिल्ली सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने दे दी है अनुमति
कार्यक्रम की अनुमति डीडीए, दिल्ली सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व में ही दे दी है. 3 मार्च की सुनवाई में डीडीए ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि था कि उन्होंने कार्यक्रम के लिए सशर्त अनुमति दी है. श्री श्री ने कहा कि अगर उन्हें पर्यावरणविदों की इस चिंता के बारे में पहले ही पता चल जाता तो वह शुरू में ही जगह बदल देते. आयोजकों का कहना है कि इस तीन-दिवसीय कल्चर फेस्टिवल में करीब 35 लाख से ज्यादा लोगों के आने की संभावना है, वहीं आलोचकों ने चिंता जताई है कि इस सम्मेलन से पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचने वाला है.
आर्ट ऑफ लिविंग के अनुरोध को खारिज कर सकती है दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार तीन दिवसीय ‘विश्व सांस्कृतिक महोत्सव’ के दौरान हजारों वाहनों को मिलेनियम पार्क के डीटीसी बस डिपो में खडे करने की श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन द्वारा मांगी जा रही अनुमति देने से इनकार कर सकती है. सूत्रों ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग ने शुक्रवार से यमुना किनारे आयोजित किये जा रहे तीन दिवसीय महोत्सव के दौरान वाहनों की पार्किंग के लिए दिल्ली सरकार से अनुमति मांगी है. सूत्रों के अनुसार, ‘‘सरकार आर्ट ऑफ लिविंग को अनुमति देने से इनकार कर देगी क्योंकि मिलेनियम पार्क बस डिपो का मामला पहले ही उच्चतम न्यायालय में लंबित है और सरकार इस स्थिति में जगह के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दे सकती.’ उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा डिपो के अंदर अतिरिक्त वाहनों को खडा करने की कोई जगह भी नही है.’
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श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम पर एनजीटी आज सुना सकता है फैसला
नयी दिल्ली : दिल्ली में यमुना नदी के किनारे होने वाले श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग कार्यक्रम पर आज भी नेशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल (एनजीटी) में सुनवाई जारी रहेगी. इससे पहले मंगलवार को इस कार्यक्रम पर कोई फैसला नहीं हो सका. गौरतलब है कि एनजीटी ने केंद्र सरकार से प्रश्न किया है कि यमुना […]
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