मुंबई : लातूर के पानगांव में पुलिस पर हमला करना व एक एएसआइ को भगवा झंडा थमाकरइलाके में घुमाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए कहा है कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा. उन्होंने कहा है कि राज्य के गृह राज्य मंत्री और डीजीपी स्वयं घटना स्थल का दौरा करेंगे.
लातूर में क्या हुआ था?
लातूर के रेणापुर तहसील के पानगांव में 19 फरवरी को शिवाजी जयंती पर जुलूस निकाला गया था और विवादित जमीन पर झंडा फहराने की कोशिश की थी, जिससे पुलिस ने लोगों को रोकने की कोशिश की थी.जबपुलिस झंडेको हटवाने गयी तोलोग उनसेउलझपड़े. इसके बाद सोशल मीडिया में खबर फैल गयी कि झंडे को जूते से रौंदा गया है.
अगले दिन20फरवरी को सुबह कुछ नाराज लोगों ने थाने पर हमले कर दिया. वहां तैनात एएसआइ युनूस शेख की पिटाई की और फिर उन्हें भगवा झंडा थमा कर आसपास के इलाके में घुमाया. उस दौरान लोगों ने उनके साथ बदतमीजी की और उनसे नारे लगावाये.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि किसी व्यक्ति की नहीं पुलिस वाले की पिटाई हुई है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी. इस मामले में 17 लोगों को रविवार की देर रात गिरफ्तार भी किया गया था.