नयी दिल्ली : फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के अंतरिम सचिवालय का उद्घाटन करने के लिए इको फ्रेंडली मेट्रो से आज गुडगांव गए. दोनों नेता मेट्रो से गुड़गांव के ग्वालपहाड़ी पहुंचे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने सोलर सचिवालय का उद्घाटन करते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए चिंतित है और भारत, अमेरिका व फ्रांस ने इसके लिए इनोवेशन की दिशा में कदम बढ़ाया है. उन्होंने कहा कि सोलर सचिवालय का मुख्यालय भारत में है, लेकिन यह पूरी दुनिया के लिए है. उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए उर्जा सबसे अहम है. उन्होंने सोलर उर्जा के लिए तीनों देशों के गठजोड़ को दुनिया के हित में बताया. उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को प्रकृति से प्यार करना सिखाया है और हमें यह हमारे पूर्वजों ने सिखाया है.
वहीं, फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओलांद ने अपनेसंबोधन में सोलर एलायंसको जलवायु परिवर्तन से जूझ रही दुनिया को भारत का तोहफा बताया. उन्होंने इसे एक ऐसे देश की पहल बताया, जहां लाखों लोग प्रतिदिन योग के दौरान उगते हुए सूर्य का स्वागत करते हैं. आेलांद ने कहा कि इससे ग्लोबल वार्मिंग से जूझ रही दुनिया को राहत महसूस होगी. उन्होंने भारत द्वारा इस मामले में विकासशील देशों की अगुवाई किये जाने की सराहना की. उन्होंने इस एलायंस को दुनिया को भारत का तोहफा बताया व इससे जुड़ने पर प्रसन्नता जतायी.
लगभग तीन बजे दोनों नेता मेट्रो पर सवार हुए. भारतीय अधिकारी और फ्रांस के विदेश मंत्री लारेन फेबियस समेत उनके देश का प्रतिनिधिमंडल भी इन नेताओं के साथ मेट्रो से गुडगांव गया. फ्रांस के राष्ट्रपति भवन कार्यालय और भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर पोस्ट के जरिये फोटो के साथ यह जानकारी दी गई है.
एक फोटो में मोदी और ओलांद रेसकोर्स स्टेशन के प्लेटफार्म पर साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरुप ने ट्वीट किया, ‘‘इको फ्रेंडली सवारी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति ओलांद दिल्ली मेट्रो से गुडगांव गए. ‘