पाकिस्तान के अशांत उत्तरपश्चिमी क्षेत्र में बुधवार को कलाशनिकोव रायफल से लैस तालिबान के आत्मघाती हमलावर एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में घुस गए और अंधाधुंध गोलीबारी की जिसमें कम से कम 25 लोग मारे गए. इसके अलावा चार आतंकवादी भी मारे गए. यह हमला 2014 में पेशावर के एक सेना स्कूल पर हुए नृशंस हमले की याद दिलाता है. तालिबान की दरिंदगी ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान को हिला कर रख दिया है. आइए नजर डालते हैं तालिबान के कुछ भयावह कार्रवाई पर….
पेशावर आर्मी स्कूल में हमला
16 दिसंबर, 2014 को पाकिस्तान के पेशावर में स्थित एक आर्मी स्कूल में तालिबानी आतंकियों ने हमला कर 132 से अधिक स्कूली बच्चों की हत्या कर दी. इस हमले में 245 लोग घायल हो गये थे.
मलाला यूसुफजई पर जानलेवा हमला
वर्ष 2014 में शांति का नोबेल पुरस्कार पानेवाली मलाला यूसुफजई भी तालिबान आतंकियों का निशाना बनीं. वर्ष 2012 में स्वात घाटी में मलाला पर आतंकियों ने जानलेवा हमला किया था. इसमें वह बाल-बाल बची थी. मलाला ने तालिबान के उन फैसलों का विरोध किया था, जिसमें लड़कियों की पढ़ाई रोकने की बात कही गयी थी.
वोट डाला, तो काट दिये नाक-कान
अफगानिस्तान में अगस्त, 2009 में चुनाव के दौरान तालिबान की दरिंदगी सामने आयी. 20 अगस्त, 2009 को हुए चुनावों में वोट डालने जा रहे एक शख्स पर आतंकियों मे हमला किया और उसके नाक-कान काट डाले.
12 फौजियों की सिर काट कर हत्या
पाकिस्तान के बाजौर इलाके की चौकी पर तालिबान आतंकियों ने हमला करके 12 पाक फौजियों का सिर काट कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी थी. तालिबान ने अपनी इस हैवानियत भरी हरकत का वीडियो भी जारी किया था.
अफगान में 29 अधिकारियों को मार डाला
अफगान के हेल्मंड प्रांत के मूसा काला जिले में जून, 2015 में तालिबान आंतकियों ने घात लगा कर पुलिस टीम पर हमला किया. हमले में 29 पुलिस अधिकारियों की मौत हो गयी, जबकि 16 पुलिसकर्मी घायल हो गये थ.
प्यार करने पर जिंदा दफन किया
अफगानिस्तान के कुंडूज इलाके में तालिबान आतंकियों ने एक युवती को प्यार करने की सजा देते हुए जिंदा दफन करने की कोशिश की. 19 वर्षीय युवती को शादी के नाम पर बेच दिया गया था, लेकिन वो अपने प्रेमी के साथ पाकिस्तान भाग गयी थी. युवती को पकड़ कर आतंकियों ने कमर तक खोदे गये गड्ढे में दबा दिया.
अफगानिस्तान की संसद पर हमला
तालिबान ने अफगानिस्तान की संसद पर हमला किया. हालांकि, इस हमले में आतंकी संसद के अंदर घुसने में कामयाब नहीं हो सके. पुलिस ने वक्त रहते मोरचा संभाला व सभी आतंकियों को मार गिराया.
एयरपोर्ट पर बोला हमला, फेंके ग्रेनेड
तालिबानी आतंकियों ने जून, 2013 में काबुल एयरपोर्ट को निशाना बनाया. उन्होंने पूरी प्लानिंग के साथ हमला किया. हालांकि, सुरक्षाबलों की मुस्तैदी के चलते उनके मंसूबों पर पानी फिर गया. आतंकवादियों ने एयरपोर्ट पर ग्रेनेड और बंदूकों से हमला किया था.
कराची में हमला, 29 की मौत
कराची अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जून, 2014 में तालिबान आतंकियों ने भीषण वारदात को अंजाम दिया. 13 घंटे की तक चली मुठभेड़ के बाद सुरक्षाकर्मियों ने 10 आतंकियों को मार गिराया था. इस दौरान 19 नागरिकों की भी मौत हुई. टीटीपी ने हमले की जिम्मेदारी ली थी.
कोर्ट में हमला, 53 मरे
अफगानिस्तान के फराह शहर में अप्रैल, 2013 में आतंकियों ने एक कोर्ट को निशाना बनाया. इस हमले में करीब 53 लोगों की जान गयी थी, जबकि 90 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. यह हमला कोर्ट में सुनवाई के लिए लाये गये आतंकियों को छुड़ाने के लिए किया गया था.