नयी दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इन आरोपों से आज इंकार किया कि उसने दलित छात्र के निलंबन के संबंध में हैदराबाद विश्वविद्यालय पर कोई दबाव बनाया था. छात्र ने रविवार को आत्महत्या कर ली थी. केंद्रीय मंत्री बंडारु दत्तात्रेय द्वारा 17 अगस्त 2015 को लिखे गए पत्र के सिलसिले में मंत्रालय ने चार रिमाइंडर सहित पांच पत्र विश्वविद्यालय को लिखे थे. मंत्रालय ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि वह केवल प्रक्रिया का पालन कर रहा था. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के प्रवक्ता घनश्याम गोयल ने कहा, ‘‘यह कहना गलत होगा कि मंत्रालय ने हैदराबाद विश्वविद्यालय पर कोई दबाव बनाया.
Advertisement
दलित छात्र आत्महत्या मामला : एचआरडी का हैदराबाद विश्वविद्यालय पर दबाव बनाने से इंकार
नयी दिल्ली : मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इन आरोपों से आज इंकार किया कि उसने दलित छात्र के निलंबन के संबंध में हैदराबाद विश्वविद्यालय पर कोई दबाव बनाया था. छात्र ने रविवार को आत्महत्या कर ली थी. केंद्रीय मंत्री बंडारु दत्तात्रेय द्वारा 17 अगस्त 2015 को लिखे गए पत्र के सिलसिले में मंत्रालय ने […]
मंत्रालय ने सेंट्रल सेक्रेटेरियट मैनुअल ऑफ ऑफिस प्रोसिजर के मुताबिक केवल प्रक्रिया का पालन किया .’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘प्रक्रिया के मुताबिक अगर किसी वीआईपी का अनुमोदन होता है तो उसे 15 दिनों में संज्ञान में लेना होता है और अगले 15 दिनों में जवाब देना होता है. चूंकि विश्वविद्यालय की तरफ से कोई जवाब नहीं मिल रहा था इसलिए मंत्रालय को रिमाइंडर भेजना पडा.’ मंत्रालय की कार्रवाई को उचित ठहराते हुए अधिकारियों ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में भी मंत्रालय को लंबित आश्वासनों, वीआईपी अनुमोदन, शिकायतों का विस्तृत ब्यौरा देना होता है.
सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय ने पहली चिट्ठी तीन सितंबर 2015 को मंत्रालय को भेजी थी और बाद में 24 सितम्बर, छह अक्तूबर, 20 अक्तूबर और 19 नवम्बर को रिमाइंडर भेजे गए. अधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय ने मामले में सात जनवरी को जवाब दिया. विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के दो समूहों के बीच झडप होने के बाद दत्तात्रेय ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखा था. झडप में एबीवीपी के नेता सुशील कुमार पर हमला किया गया था.
कथित हमला मामले में पिछले वर्ष अगस्त में जिन पांच शोध छात्रों को निलंबित किया गया उनमें दलित पीएचडी छात्र रोहित वेमुला भी था जिसने रविवार की रात को आत्महत्या कर ली. उन्हें छात्रावास से भी निकाल दिया गया था. इस घटना ने तब राजनीतिक रंग ले लिया जब आरोप लगाए गए कि दत्तात्रेय के इशारे पर दलित छात्रों के खिलाफ भेदभाव के कारण रोहित ने आत्महत्या का कदम उठाया. दत्तात्रेय ने ईरानी को पत्र लिखकर ‘‘देश विरोधी कृत्यों’ के लिए कार्रवाई किए जाने की मांग की थी. रोहित के शव को रविवार को छात्रावास कक्ष में लटकता पाया गया जिसके बाद उसके साथियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement