नयी दिल्ली : जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज जमानत पर लियाकत शाह की रिहाई का स्वागत किया और आशा जतायी कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) शीघ्र ही अपनी जांच पूरी करेगी. उमर ने कहा,‘‘मैं जमानत पर उसकी रिहाई का स्वागत करता हूं और अब आशा करता हूं कि एनआईए यथाशीघ्र अपनी जांच पूरी करेगी.’’
लियाकत अली को विशेष अदालत से जमानत मिलने के बाद उमर का बयान आया. दरअसल एनआईए की जांच से इस बात की पुष्टि हो गयी है कि दिल्ली पुलिस के दावे के विपरीत राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवादी हमले की साजिश से उसका कोई लेना देना नहीं है. जम्मू कश्मीर पुलिस ने कहा था कि वह उन लोगों में शामिल था जो 1990 के दशक में कश्मीर घाटी से चले गए थे और अब वह राज्य की पुनर्वास नीति के अंतर्गत आत्मसमर्पण करने लौटा था.
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से कश्मीरी युवकों की वापसी की इस नीति के प्रणोता मुख्यमंत्री ने इस गिरफ्तारी की एनआईए जांच की मांग की थी ताकि सचाई सामने आए. दिल्ली पुलिस ने दावा किया था कि लियाकत होली से पहले यहां विफल फिदायीन हमले का अंग था.