रालेगणसिद्धि (महाराष्ट्र) : अन्ना हजारे ने अनशन खत्म करने की केंद्र की अपील को आज खारिज कर दिया और कहा कि लोकपाल विधेयक पर केंद्र का रुख ‘’लोकतंत्र के साथ छलावा’’ है. वह पिछले तीन दिनों से संसद में लोकपाल विधेयक को जल्द पारित करने की मांग को लेकर अनशन पर हैं.
सरकार लोकपाल विधेयक को जल्द राज्यसभा में पेश करने को तैयार है वही 76 वर्षीय हजारे ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा और कहा कि जब तक विधेयक पारित नहीं किया जाता है तब तक वह अनशन खत्म नहीं करेंगे.
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री नारायणसामी को लिखे पत्र में हजारे ने कहा, ‘’विधेयक पर सरकार का रुख काफी गैर जिम्मेदाराना है और यह लोकतंत्र से धोखाधड़ी है.’’उन्होंने कहा, ‘’जब तक विधेयक पास नहीं होता, मैं अनशन खत्म नहीं करुंगा. मैं देश के लिए कुर्बानी देने को तैयार हूं.’’ भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता का पत्र उस दिन आया है जब केंद्रीय मंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार लोकपाल विधेयक पर विचार के लिए इसे सोमवार को राज्यसभा में लाएगी.
संसदीय मामलों के मंत्री कमलनाथ ने कहा कि सरकार कल लोकपाल विधेयक को राज्यसभा की कार्यसूची में शामिल करेगी क्योंकि यह इसकी ‘’प्राथमिकता’’है. हजारे ने पत्र में कहा, ‘’संसद का शीत सत्र शुरु हो गया है और विधेयक एजेंडा में नहीं है. इसका स्पष्ट मतलब है कि सरकार मुङो और देश के लोगों के साथ छल कर रही है.