नयी दिल्ली : भाजपा ने सरकार को आज पेशकश की है कि संसद में हंगामे के बावजूद संप्रग और राजग मिलकर लोकपाल विधेयक को पारित करायें.लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने यहां संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह पेशकश की है. उन्होंने कहा कि लोकपाल विधेयक पर पिछले 43 साल में विभिन्न स्तरों पर चर्चा हो चुकी है और अगर हंगामे की वजह से इसे बिना चर्चा कराये भी संसद के चालू शीतकालीन सत्र में पारित कराने का प्रयास किया जाए तो मुख्य विपक्षी दल हो कोई आपत्ति नहीं होगी.
दोनों नेताओं ने कहा, ‘‘ जब शोर शराबे में अनुदान की अनुपूरक मांगें पारित हो सकती हैं तब ऐसी ही स्थिति में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए लोकपाल विधेयक क्यों पारित नहीं हो सकता.’’ उन्होंने सरकार को सुझाव दिया कि अगर संसद में व्यवस्था नहीं बनती है तब ऐसी स्थिति में शुक्रवार को राज्यसभा में और सोमवार को लोकसभा में लोकपाल विधेयक को शोरशाराबे में ही पारित कराया जाए.
जेटली ने कहा, ‘‘ राजग और भाजपा की तरफ से हम प्रस्ताव करते हैं कि संप्रग और राजग मिलकर लोकपाल विधेयक को पारित कराये. इस पर पिछले 43 वर्षो में विभिन्न स्तरों पर व्यापक चर्चा हो चुकी है. प्रवर समिति ने इस पर सर्वसम्मत रिपोर्ट पेश की है. इसपर अब देरी नहीं की जानी चाहिए.’’