नयी दिल्ली : नेशनल कांफ्रेंस नेता और केंद्रीय मंत्री उमर अब्दुल्ला ने चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सफाये के बावूजद संप्रग को पार्टी के समर्थन पर ‘‘पुनर्विचार’’ करने की संभावना से इनकार किया है.
अब्दुल्ला ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कोई पुनर्विचार नहीं. हम इस समय संप्रग के साथ खड़े होने और उन्हें समर्थन देने में विश्वास रखते हैं. हमने कभी लोगों को धोखा नहीं दिया और अब भी हम ऐसा नही करेंगे.’’ नेशनल कांफ्रेंस संप्रग का घटक दल है और जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के साथ उसकी सरकार है. उनसे सवाल किया गया था कि क्या नेशनल कांफ्रेंस दिल्ली, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव में कांग्रेस की भारी हार के बाद संप्रग के साथ अपने गठबंधन पर पुनर्विचार करेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘ हां , कांग्रेस चुनाव हार गयी है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि हम उसे छोड़ देंगे. बजाय इसके इस समय हमें मजबूती के साथ उनका हाथ पकड़ना चाहिए.’’ कांग्रेस की हार के कारणों के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा,‘‘ महंगाई जैसे कई मुद्दे थे. प्याज की कीमतें 100 रुपये किलोग्राम तक पहुंच गयी थीं. भ्रष्टाचार भी एक मुद्दा था जिसने मतदान को प्रभावित किया.’’ हालांकि उन्होंने इस बात से सहमति नही जतायी कि फैसला कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ था. उन्होंने कहा, ‘‘ राहुल के खिलाफ कोई फैसला नहीं है.’’ कमजोर नेतृत्व के कारण कांग्रेस के हारने संबंधी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता शरद पवार के बयान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे इस पर कुछ नहीं कहना है. हम संप्रग के साथ हैं. पवार जो कर रहे हैं , वह उनकी समस्या है. फारुक अब्दुल्ला संप्रग नहीं छोड़ेगा.’’