इलाहाबाद: प्रस्तावित सांप्रदायिक हिंसा विधेयक को ‘‘नैसर्गिक न्याय का मखौल’’ और ‘‘हिन्दुओं के खिलाफ धार्मिक भेदभाव’’ बताते हुए विहिप ने आज धमकी दी कि अगर केंद्र विवादित विधेयक की दिशा में आगे बढ़ती है तो वह देशव्यापी आंदोलन शुरु करेगी.
विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने यहां एक बयान में कहा कि कानून का मूल सिद्धांत है कि यह सब पर लागू हो. उन्होंने आरोप लगाया कि यह विधेयक सिर्फ हिन्दुओं को लक्ष्य करता है और मुस्लिमों द्वारा बहुसंख्यकों या अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा पर चुप है.
तोगड़िया ने कहा, ‘‘विहिप सभी राजनीतिक दलों से प्रस्तावित विधेयक का पूरा विरोध करने की अपील करती है क्योंकि यह न सिर्फ हिन्दुओं को निशाना बनाता है बल्कि राज्य सरकारों के अधिकारों में हस्तक्षेप भी करता है.’’ उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस नीत संप्रग सरकार अब भी इस दिशा में आगे बढ़ना चाहती है तो विहिप राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरु करने के लिए बाध्य होगी. इस बीच विहिप सभी नागरिकों का आह्वान करती है कि वे इस संबंध में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और प्रधान न्यायाधीश को पत्र लिखें.