नयी दिल्ली/ईटानगर : अरुणाचल में चल रहे राजनीतिक संकट ने मुख्यमंत्री नुबाम तुकी को चिंता में डाल दिया है. उन्होंने विपक्षी दल बीजेपी पर हमला करते हुए ट्वीट किया और सवाल पूछा कि आखिर बीजेपी क्यों एक चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है ? क्या वह पूरी ताकत अपने हाथ में लेना चाहती है? अगर ऐसा है तो यह लोकतंत्र के खिलाफ है. तुकी ने ट्विटर वॉल पर लिखा कि कांग्रेस के ईमानदार और मेहनती विधायक अचानक कैसे बीजेपी के साथ हो गए? उन्हें क्या लालच दिया गया कि उन्हें ऐसे कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा.
Why BJP is trying to destabilize our elected govt? Do they want absolute power with them.This is against d spirit of democracy@digvijaya_28
— Nabam Tuki (@NabamtukiAP) December 17, 2015
गर्म है अरुणाचल के राजनीतिक हालात
अरुणाचल में राजनीतिक हालात ठीक नहीं चल रहे हैं. राज्यपाल ने बुधवार को तय वक्त से एक महीने पहले ही शीतकालीन सत्र बुलाया. राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री तुकी ने विधानसभा को सील कर पुलिस बल तैनाती कर दिए. हालांकि विधानसभा के पास एक होटल में विधानसभा सत्र चलाया गया. इसी सत्र में, विधानसभा ने स्पीकर नबाम रेबिया के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित कर दिया.
तुकी का राज्यपाल पर आरोप
मुख्यमंत्री तुकी ने राज्यपाल को आडे हाथ लेते हुए कहा कि अरुणाचल के विकास के रास्ते में बाधा पैदा करने का काम राज्यपाल के द्वारा किया जा रहा है. यह संविधान की भावना के साथ खिलवाड़ है. इधर, कांग्रेस ने बुधवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ज्योति प्रसाद राजखोवा की शिकायत की है. वहीं अस्थाई विधानसभा परिसर में विधानसभा के स्पीकर के खिलाफ बीजेपी के विधायकों और कांग्रेस के बागी विधायकों के महाभियोग प्रस्ताव पास करने के पश्चात बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने यह माना है कि विधानसभा के वास्तविक परिसर के बाहर की गई यह कार्यवाही ‘अवैध’ हो करार दी जा सकती है. केंद्र सरकार ने राज्यपाल की ओर से स्थिति से निपटने के लिए उठाए गए कदम में हस्तक्षेप करने की कोई मंशा नहीं जताई है.