नयी दिल्ली: बलात्कार की राजनीति पर आधारित वृत्तचित्र ‘साइलेंट स्क्रीम्स: इंडियाज फाइट अगेंस्ट रेप’’ ने बलात्कार और यौन उत्पीड़न के बारे में समाज के बढ़ती जागरकता पर चर्चा शुरु कर दी है.
पत्रकार नमिता भंडारे ने कहा, ‘‘ यौन उत्पीड़न के मामलों के खिलाफ अब अधिक लोग बोलने लगे हैं. अधिक महिलाएं सामने आ रही हैं और अपने कटु अनुभव के बारे में बता रही हैं. पुरष एवं महिलाएं अब विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा ले रही हैं.’’साइलेंट स्क्रीम्स: इंडियाज फाइट अगेंस्ट रेप’’ का निर्माण मिडिटेक फिल्म्स ने किया है. इस वृत्तचित्र को कल शाम यहां दिखाया गया. प्रिया सोमैया अल्वा द्वारा निर्देशित 45 मिनट की इस फिल्म में नमिता को दिखाया गया है जो कहती हैं ‘‘ जबरदस्त राजनीति और पुलिस की उदासीनता के कारण बलात्कार पीड़िताओं को न्याय बहुत कम ही मिल पाता है.’’ मनिरा अल्वा पिंटो ने इस वृत्तचित्र की पटकथा लिखी है.
इस फिल्म में नमिता बताती है कि किस तरह उन्होंने बलात्कार के खिलाफ ऑनलाइन याचिका दायर की जिसे न्यायमूर्ति जे एस वर्मा समिति के समक्ष पेश किया गया. इसमें बताया गया है कि उन्होंने बलात्कार पीड़िताओं , पुलिस अधिकारियों और वकीलों से मुलाकात की ताकि बलात्कार के मामलों में होने वाली राजनीति के बारे में समझा जा सके और पता लगाया जा सके कि न्याय के लिए अपनी लड़ाई के दौरान बलात्कार पीड़िताओं को किस प्रकार अपमानित होना पड़ता है.