वाराणसी : गंगा आरती में शामिल होने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्रीशिंजो आबे दशाश्वमेध घाट पहुंचे . घाट पर पहुंचने के बाद आरती से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे ने गंगा पूजा की. गंगा पूजा के बाद दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती शुरू हुई . दशाश्वमेध घाट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का जोरदार स्वागत किया गया. उनकी उपस्थिति के मद्देनजर यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. मंदिरों के शहर वाराणसी में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिंजो आबे लगभग एक घंटे तक हई गंगा आरती में शामिल हुए. इस दौरान दोनों प्रधानमंत्री एकदूसरे से बात करते नजर आये. मोदी ने इशारों में उन्हें बनारस की कई परंपराओं से अवगत कराया.
PM Modi and Japan PM Shinzo Abe take part in the Ganga aarti at Dasaswamedh Ghat (Varanasi). https://t.co/GYSmW5rc1m
— ANI (@ANI_news) December 12, 2015
गंगा आऱती का आनंद लेने के लिए एक मंच बनाया गया था.हवाईअड्डे पर उनकी अगवानी उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा और कलराज मिश्र सहित अन्य लोग ने की. एक होटल में कुछ देर रुकने के बाद प्रधानमंत्री दशाश्वमेध घाट जाएंगे जहां वह गंगा आरती में शामिल होंगे. इसके बाद मोदी और आबे रात्रि भोज में गणमान्य अतिथियों से संवाद करेंगे.
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— ANI (@ANI) December 12, 2015
रात्रि भोज में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कुछ केंद्रीय मंत्री, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव, प्रख्यात संगीतज्ञ और पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित पंडित छन्नूलाल मिश्र, रचनाकार नीरजा माधव, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के पंडित अशोक द्विवेदी और समाज के विभिन्न वर्गों की जानीमानी हस्तियां भी शामिल होंगी.
समझा जाता है कि रात लगभग आठ बजे दोनों प्रधानमंत्री नई दिल्ली वापस जाने के लिए विमान में सवार होंगे. पूरे वाराणसी में लगभग चार घंटे की ‘हाई प्रोफाइल’ यात्रा के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम के तहत करीब 7,000 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं.
घाटों पर आम तौर पर भारी भीड होती है. इन घाटों की सुरक्षा का जिम्मा सेना और नौसेना ने अपने हाथों में ले लिया है जबकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के स्कूबा गोताखोरों को अस्थायी मंच पर तैनात किया जाएगा. यह मंच नदी के तट पर पीपों की मदद से तैयार किया गया है.
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के जवान शहर में मंगलवार से डेरा डाले हुए हैं. राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), आतंकवाद निरोधक दस्ता, केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल और राज्य पुलिस उनकी सहायता कर रहे हैं. बाबतपुर हवाईअड्डा से दशाश्वमेध घाट तक के पूरे 22 किमी लंबे रास्ते पर दोनों प्रधानमंत्रियों का स्वागत करते हुए तरह तरह के पोस्टर, बैनर आदि लगाए गए हैं.
इनमें से कुछ पोस्टर, बैनर पर जापानी भाषा में संदेश लिखे गए हैं. सडकों की नए सिरे से मरम्मत की जा चुकी है और कल रात से यातायात संबंधी दिशानिर्देश भी लागू हैं.