नयी दिल्ली: तेलंगाना के गठन को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी ने आज कहा कि राज्य के बंटवारे से ‘‘बड़ी समस्याएं’’ पैदा होंगी.रेड्डी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह सिर्फ हैदराबाद, तेलंगाना या आंध्र के लिए सुरक्षा की चिंता नहीं है बल्कि पूरे देश के […]
नयी दिल्ली: तेलंगाना के गठन को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताते हुए आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी ने आज कहा कि राज्य के बंटवारे से ‘‘बड़ी समस्याएं’’ पैदा होंगी.रेड्डी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह सिर्फ हैदराबाद, तेलंगाना या आंध्र के लिए सुरक्षा की चिंता नहीं है बल्कि पूरे देश के लिए है.. छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और ओड़िशा के ज्यादातर नक्सली नेता आंध्रप्रदेश के रहने वाले हैं.’’
सीमांध्र इलाके के अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ वह मंत्रिसमूह की बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. मंत्रिसमूह आंध्रप्रदेश के बंटवारे पर गौर कर रहा है.मुख्यमंत्री ने कहा कि आतंकवादी 1992 से ही हैदराबाद को निशाना बना रहे हैं. रेड्डी ने कहा, ‘‘सांप्रदायिक तनाव के कारण कई लोगों की मौत हो गई. नक्सलियों ने पुलिसकर्मियों सहित सैकड़ों लोगों को मार डाला.’’ रेड्डी ने आशंका जताई कि निचले सिंचाई क्षेत्र में पड़ने वाला सीमांध्र कृष्णा नदी से मिलने वाले जल पर अपना अधिकार खो सकता है.
रेड्डी ने कहा, ‘‘तेलंगाना का गठन होते ही यह उपरी सिंचाई क्षेत्र बन जाएगा. संभावना है कि आवश्यकता से अधिक जल पर बनने वाली ज्यादातर परियोजनाएं जल के प्रयोग पर अपना अधिकार ही खो दें.’’ उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश में जल बंटवारे में किसी भी दिक्कत से दोनों क्षेत्रों के लोगों को ईष्र्या होगी. उन्होंने कहा कि किसी समस्या का समाधान उसका समाधान ढूंढने में है न कि बड़ी समस्या पैदा करने में. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इसलिए मैं उनसे आग्रह करता हूं कि अपने निर्णय पर पुनर्विचार करें.’’