मुंबई: भारत में नियुक्त अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने आज यहां कहा कि देश के समावेशी मॉडल ने आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट में भारतीय मुसलमानों को शामिल होने से दूर रखा है.यह पूछे जाने पर कि क्यों बहुत कम भारतीय मुसलमान आईएस में शामिल हुए हैं, वर्मा ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘भारत समावेशिता का उदाहरण रहा है.” दुर्दांत आतंकी संगठन से भारत को खतरे के आंकलन के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि यह एक गंभीर खतरा है और हम अपनी रणनीतियां तेज करने का इरादा रखते हैं तथा इसके लिए सभी स्तरों से सतत कोशिशों की जरुरत होगी.
अमेरिकी राजदूत ने कहा कि महानगरों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सरकारों को अवश्य ही सौहार्द और समावेशिता का माहौल बनाना चाहिए.उन्होंने कहा कि हमे अशांति की जड़ को तलाशना होगा. जैसे जैसे शहर यहां बडे होंगे इस बात की संभावना बनेगी कि आबादी का कुछ खास तबका हताश होगा. इसलिए सुशासन की अहमियत है. अमेरिकी राजदूत ने यह भी कहा कि आतंकवाद के मोर्चे पर भारत…अमेरिका सहयोग में ‘आतंकवादी संगठनों का वित्त और नेटवर्क को बंद करना शामिल’ है