चेन्नई: खाद्य सुरक्षा योजना का नाम बदल कर उसे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर रखने के कांग्रेस के कथित कदम का विरोध करते हुए भाजपा ने भारतीय निर्वाचन आयोग से आज अपील की कि वह इसे स्वीकृति नहीं दे क्योंकि विधानसभा चुनावों के कारण कुछ राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस ने 450 से अधिक सरकारी योजनाओं, परियोजनाओं, सड़कों, संस्थानों, अध्येतावृत्ति का नाम एक ही परिवार के तीन नेताओं पर दिया गया है. अब वे खाद्य सुरक्षा योजना का नाम इंदिरा गांधी पर रखने का प्रयास कर रहे हैं. हमने चुनाव आयोग से इस कदम को अनुमति नहीं देने का अनुरोध किया है.’’
उन्होंने कांग्रेस के तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों..जवाहरलाल नेहरु, इंदिरा गांधी एवं राजीव गांधी के नाम पर रखी गयी सरकारी योजनाओं, अध्येतावृत्तियों, छात्रवृत्तियों, शिक्षण संस्थानों, बंदरगाहों, हवाई अड्डों, राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों, खेल प्रतियोगिताओं, ट्राफियों, स्टेडियमों, अस्पतालों, राष्ट्रीय वैज्ञानिक एवं अनुसंधान संस्थानों की सूची जारी की.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बयान दिया था कि यदि सरकार पटेल देश के प्रथम प्रधानमंत्री होते तो भाजपा का आज कोई अस्तित्व ही नहीं होता. इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नायडू ने कहा, ‘‘मैं सिंह से सहमत हूं. यदि पटेल पहले प्रधानमंत्री होते तो भाजपा वहां नहीं होती. वह इस तरह के धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रवादी थे.’’