पटना : पटना में श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों के संदिग्ध ताबिश नयाज उर्फ अरशद अंसारी को आज एक जिला अदालत ने सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
पटना पुलिस की अर्जी को स्वीकार करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रबल दत्ता ने नयाज को विस्फोटों के मामले में गहन पूछताछ के लिए सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. रविवार को नरेंद्र मोदी की रैली के स्थल पर हुए विस्फोटों में छह लोगों की मौत हो गयी थी.
इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य और श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों के आरोपी इम्तियाज अंसारी के साथी नयाज को 30 अक्तूबर को औपचारिक रुप से गिरफ्तार किया गया था. उससे पहले उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. पुलिस ने उसे 29 अक्तूबर को पूर्वी चंपारण जिले के अलौला गांव से पकड़ा था. एक दिन बाद उक्त अदालत ने ही उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.
कई विस्फोटों के मामले में गिरफ्तार किये गये तीन लोगों में नयाज शामिल था. दो अन्य आरोपियों में इम्तियाज अंसारी और ऐनुल उर्फ तारिक को गिरफ्तार किया गया था. तारिक को पटना रेलवे स्टेशन पर एक शौचालय से गिरफ्तार किया गया था. उसकी कल देर रात इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में मौत हो गयी.
प्रमुख संदिग्ध तारिक की मौत
पटना : पटना में हुए श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोटों के प्रमुख संदिग्ध की यहां के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल में मौत हो गई. अस्पताल के निदेशक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि ऐनुल उर्फ तारिक की बीती देर रात मौत हो गई. वह जीवनरक्षक प्रणाली पर था.
उन्होंने बताया कि उसके मस्तिष्क में र्छे लगे थे, जो संभवत: ठोस लोहे के टुकड़े थे. इस हालत में उसका ऑपरेशन करना संभव नहीं था. ऐनुल को उस समय पकड़ा गया था जब वह 27 अक्तूबर को यहां के गांधी मैदान में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली से कुछ घंटे पूर्व यहां के पटना रेलवे स्टेशन के शौचालय में हुए पहले बम विस्फोट के बाद वहां के प्लैटफॉर्म नंबर 10 से भाग रहा था.