नयी दिल्ली : हाल ही साहित्य अकादमी पुरस्कार और एक लाख रुपये का चेक लौटाने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राणा को पीएमओ की तरफ से बुलावा आया है. राणा ने कहा कि उन्हें पीएमओ से फोन आया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिलने की इच्छा जतायी है. इसपर मुनव्वर राणा ने कहा कि वे अकेले नहीं बल्कि अन्य साहित्यकारों के साथ मुलाकात करेंगे. इस प्रस्ताव पर पीएमओ तैयार हो गया है और जल्द ही मुलाकात हो सकती है. मीडिया से बात करते हुए मुनव्वर राणा ने कहा कि अगर पीएम कहेंगे और बाकी साहित्यकार सम्मान वापस लेंगे तो वे भी सम्मान वापस ले लेंगे.
राणा ने कहा कि सिर्फ सम्मान कोई मसला नहीं हैं, देश में नफरत के नाम पर कत्ल नहीं हो. देश में नफरत नहीं मुहब्बत का पैगाम फैलाया जाए. उन्होंने कहा कि साहित्यकार सरकार से काई पद या सम्मान नहीं मांगते हैं वे केवल देश में सहिष्णुता चाहते हैं. राणा ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री हमारी बातें सुनेंगे और उसके समाधान का प्रयास करेंगे. सत्ता में ऐसे लोग आ गये हैं जिन्हें साहित्यकारों से कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि अकबर इसलिए शहंशाह-ए-आजम थे क्योंकि उनके पास नौ रत्न थे. प्रधानमंत्री को भी चाहिए कि कुछ ऐसे लोगों को रखें जो साहित्यकारों की बातें सुने.