श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज अपने तेवर सख्त करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम के लगातार किए जा रहे उल्लंघन का भारत निशाना नहीं बना रह सकता और अगर ये सब जारी रहता है, तो उसका जवाब दिया जाना चाहिए.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘एक ऐसी व्यवस्था पर विचार किया गया था जिसके तहत दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शांति बनाए रखने पर चर्चा करेंगे. ऐसा अब तक नहीं हुआ है. मेरा मानना है कि यह एक ऐसा विकल्प है जिस पर काम किए जाने की जरुरत है और ऐसा नहीं होने पर भारत सरकार को उसी तरह जवाब देने पर विचार करना होगा.’’
गौरतलब है कि इस वर्ष संघर्ष विराम के कुल 136 मामले दर्ज किए गए हैं. पिछले आठ वर्षों में सबसे अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन इसी वर्ष किया गया है. यहां तक कि आज भी पाकिस्तानी रेंजर्स ने 10 सीमा चौकियों पर गोलीबारी की जिसमें दो लोग घायल हो गए.