अहमदाबाद: पटेल आरक्षण आंदोलन शुरु होने के बाद से अपने तरह की पहली कार्रवाई में, गुजरात पुलिस ने आज आंदोलन के प्रमुख नेता हार्दिक पटेल के एक करीबी सहयोगी के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल और भाजपा प्रमुख अमित शाह के बारे में कथित रुप से आपत्तिजनक बयान जारी करने पर देशद्रोह का […]
अहमदाबाद: पटेल आरक्षण आंदोलन शुरु होने के बाद से अपने तरह की पहली कार्रवाई में, गुजरात पुलिस ने आज आंदोलन के प्रमुख नेता हार्दिक पटेल के एक करीबी सहयोगी के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल और भाजपा प्रमुख अमित शाह के बारे में कथित रुप से आपत्तिजनक बयान जारी करने पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया.
पुलिस ने सौराष्ट्र क्षेत्र के मोरबी में मिट्टी के पात्रों के कारोबारी माने जाने वाले पाटीदार नीलेश अडवाडिया के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया.प्राथमिकी दर्ज करने वाले उपनिरीक्षक अनंतकुमार पटेल ने कहा कि नीलेश कल से अहमदाबाद पुलिस की हिरासत में हैं, मोरबी पुलिस अदालत से उनकी हिरासत लेने की प्रक्रिया में है.
प्राथमिकी में कहा गया कि मोरबी के रहने वाले नीलेश ने एक आडियो क्लिप में राज्य, मोदी तथा अन्य नेताओं के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं और इस क्लिप को 25 अगस्त को अहमदाबाद की पटेल महारैली से पहले सोशल मीडिया के जरिये फैलाया गया.
अधिकारी ने कहा, आडियो क्लिप से पता चलता है कि नीलेश ने न केवल प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और अमित शाह के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया बल्कि उन्होंने अपने समुदाय को हिंसा करने के लिए उकसाया और समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश की.नीलेश पर भादंसं की धारा 124 (देशद्रोह) के अलावा धारा 153 (दंगा करने के इरादे से उकसाना) और 153 ए (समुदायों के बीच वैमनस्यता फैलाना) का भी आरोप लगा है.