नयी दिल्ली : गुजरात दंगे को लेकर गुजरात सरकार सहित नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाने वाले सस्पेंड आईपीएस ऑफिसर संजीव भट्ट इन दिनों एक सेक्स वीडियो को लेकर चर्चा में हैं. सरकार ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
गुजरात सरकार को एक वीडियो मिला है, जिसमें संजीव भट्ट एक महिला के साथ नजर आ रहे हैं. इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार गुजरात सरकार को एक पेन ड्राइव में 11 मिनट का वीडियो मिला है. जिसमें वे एक महिला के साथ नजर आ रहे हैं. सरकार ने भट्ट से इस ‘सेक्स वीडियो’ पर 10 दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है.
इस संबंध में संजीव भट्ट का कहना है कि उन्होंने अगले दिन ही नोटिस का जवाब दे दिया था. संजीव ने माना है कि वीडियो में जो आदमी नजर आ रहा है, वह उनकी तरह दिखता जरूर है, लेकिन वे इस वीडियो में नहीं हैं, वह कोई और शख्स है.
भट्ट ने अपने जवाब में लिखा है कि क्लिपिंग को करीब से देखने पर उनके और वीडियो में मौजूद शख्स के चेहरे में काफी अंतर नजर आयेंगे. इसमें उनकी नाक, माथे और दोनों कानों का साइज और शेप अलग-अलग है. उन्होंने कहा है कि वह अपनी बात साबित करने के लिए गुजरात या किसी भी लैब में डीटेल्ड बायॉमेट्रिक एग्जामिनेशन के लिए तैयार हैं.हालांकि गुजरात सरकार के गृह मंत्रालय का दावा है कि यह वीडियो ओरिजनल है और इसके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गयी है.