नयी दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में फर्जी दस्तावेजों और पेपरों का इस्तेमाल कर छात्रों के नामांकन कराने में मदद करने वाले एक कथित रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार लोगों को सात दिनों के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है.
अपराध शाखा के एसीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि दिल्ली पुलिस अपराध शाखा के एक दल ने कॉलेजों में छात्रों को भर्ती कराने के लिए फर्जी अंक तालिका, डिग्री, चरित्र प्रमाणपत्र और अन्य पेपरों के साथ नामांकन रैकेट चलाने पर कल आरोपी सुनील पंवार उर्फ गुरुजी, मोहम्मद जुबैर, प्रवीण झा और रंचित खुराना को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपी दिल्ली विश्वविद्यालय के भगत सिंह कॉलेज, अरविंदो कॉलेज, किरोडीमल कॉलेज और कमला नेहरु कॉलेज सहित उत्तरी और दक्षिणी परिसर के विभिन्न कॉलेजों में कथित रुप से 25 फर्जी नामांकन करवा चुका है. अधिकारी ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर मालवीय नगर मेन बाजार से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि लगभग तीन साल से रैकेट का संचालन कर रहे व्यक्ति के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है. वे नौकरी की इच्छा रखने वाले व्यक्तियों को विभिन्न विश्वविद्यालयों का फर्जी दस्तावेज और प्रमाण पत्र भी बेचते थे. पूछताछ के दौरान, उन्होंने बताया कि अरविंदो कॉलेज के अंतिम वर्ष के छात्र और गिरोह के नेता सुनील पंवार और जुबैर डीयू में नामांकन नहीं मिलने वाले छात्रों की तलाश करते थे.
अधिकारी ने बताया कि रंचित ऐसे उम्मीदवारों के लिए प्रवीण झा से फर्जी दस्तावेज हासिल करने में संलिप्त था. उन्होंने बताया कि रैकेट में शामिल आरोपी कॉलेज में और अपने पसंद के विषय में नामांकन चाहने वाले छात्रों से तीन से सात लाख रुपये लेते थे. उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.