नयी दिल्ली : समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि उनकी पार्टी राज्यों के विभाजन के खिलाफ है क्योंकि छोटी प्रशासनिक इकाइयां समस्याओं से ग्रस्त हैं और सफल नहीं हैं. मुलायम ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम बड़े राज्यों को विभाजित कर छोटे राज्यों के गठन के खिलाफ हैं. इस तरह की प्रशासनिक इकाइयां संसाधनों की कमी के कारण समस्याओं से ग्रस्त हैं. नक्सलवाद एक प्रमुख समस्या है जो छोटे राज्यों में व्याप्त है. ’’
तीन अक्तूबर को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा तेलंगाना के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दिये जाने के बाद नये राज्य पर मुलायम सिंह यादव की यह संभवत: पहली प्रतिक्रिया है. उनकी यह टिप्पणी तब आयी है जब राष्ट्रीय लोकदल के नेता और केंद्रीय मंत्री अजित सिंह ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों को मिलाकर एक पृथक हरित प्रदेश गठित करने की मांग की है.
समझा जाता है कि सिंह ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की हाल की उस बैठक में हरित प्रदेश के गठन की वकालत की थी जिसमें तेलंगाना के गठन को मंजूरी दी गई थी. बसपा और राष्ट्रीय लोकदल उत्तर प्रदेश को छोटे राज्यों में विभाजित करने का समर्थन कर रहे हैं जबकि समाजवादी पार्टी इस तरह के प्रस्तावों की विरोधी है. नवम्बर 2011 में तत्कालीन मायावती सरकार ने विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित कर राज्य को चार हिस्सों में विभाजित कर बुंदेलखंड, अवध प्रदेश, पूर्वाचल और पश्चिम प्रदेश बनाने का समर्थन किया था.