रायपुर : छतीसगढ में माओवादियों से राजनीतिक दल खौफजदा हैं. जब से बस्तर में माओवादियों ने कांग्रेस नेताओं पर हमला किया, राजनीतिक दलों के नेता और कार्यकर्ता अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं. नवंबर-दिसंबर महीने में प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में कार्यकर्ता किस तरह सुदूर इलाकों में जाकर चुनाव प्रचार करेंगे, यह उनके सामने चुनौती है. कार्यकर्ताओं का हौसला बुलंद करने के लिए पार्टी उनके लिए पांच-पांच लाख रुपये का बीमा करवा रही है.
बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर विधानसभा सीट के क्षेत्र में आने वाले नानगूर और दरभा मंडलों के लगभग 30 ग्राम पंचायतें नक्सल प्रभावित हैं. नक्सलियों के बहिष्कार के ऐलान के चलते इन पंचायतों के कार्यकर्ता चुनाव प्रचार करने और मतदान केंद्र पर जाने को तैयार नहीं हैं. यह बीमा सीमित अवधि महज छह माह का होगा.
विधायक के अनुसार बीमा करवाने का सुझाव कार्यकर्ताओं की ओर से ही आया था. उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ताओं में उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता व्याप्त है. इसलिए हमारा यह कदम उन्हें माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में चुनाव प्रचार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा.