ताशकंद : रुस और पांच मध्य एशियाई देशों की आठ दिवसीय यात्रा के पहले चरण में आज उज्बेकिस्तान की राजधानी ताशकंद पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उज्बेक राष्ट्रपति इस्लाम करिमोव से मुलाकात के दौरान उन्हें विशेष तौर पर तैयार कराई गई 13वीं शताब्दी के भारत के महान सूफी कवि अमीर खुसरो की कृति ‘खामसा ए खुसरो’ की प्रतिकृति तोहफे में दी.
उत्तरप्रदेश में जन्मे अमीर खुसरो के पिता उज्बेकिस्तान के रहने वाले थे. प्रधानमंत्री कार्यालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि फारसी में लिखी गई ‘खामसा ए खुसरो’ को सुनहरे और गहरे नीले रंग समेत विभिन्न रंगों से बडी खूबसूरती से उकेरा गया है. दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय के पांडुलिपियों के संग्रह में यह भी शामिल है.
प्रधानमंत्री मोदी की मध्य एशिया और रुस की यात्रा का मकसद ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन और शांघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में शामिल होने के अलावा सामरिक, आर्थिक एवं ऊर्जा संबंध मजबूत करना है. मोदी ने ताशकंद पहुंचने के तुरंत बाद अंग्रेजी और उज्बेक जुबान में ट्वीट किया, ‘यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है.’