नयी दिल्ली : आप के कई विधायकों ने अपने खर्चों को पूरा करने में परेशानी होने का जिक्र हुए दिल्ली सरकार से अपने भत्तों में इजाफा करने की मांग की है. हालांकि, इस कदम की विपक्ष ने तीखी आलोचना की है. अपनी मांग पर गौर करने के लिए सरकार से अनुरोध करने वाले विधायकों में […]
नयी दिल्ली : आप के कई विधायकों ने अपने खर्चों को पूरा करने में परेशानी होने का जिक्र हुए दिल्ली सरकार से अपने भत्तों में इजाफा करने की मांग की है. हालांकि, इस कदम की विपक्ष ने तीखी आलोचना की है.
अपनी मांग पर गौर करने के लिए सरकार से अनुरोध करने वाले विधायकों में प्रवीण देशमुख (जंगपुरा), पूर्व परिवहन मंत्री सौरभ भारद्वाज (ग्रेटर कैलाश), आप की छात्र शाखा की पूर्व अध्यक्ष सरिता सिंह, संजीव झा (बुराडी) और सोमदत्त (सदर बाजार) शामिल हैं.
एक आप विधायक ने कहा कि उन्होंने सरकार से अपनी मांगों पर गौर करने को कहा है क्योंकि वे अपने खर्चों को पूरा करने में अक्षम हैं. उदाहरण के लिए कई लोग हैं जो हमारे कार्यालय आते हैं. यहां तक कि हम उन्हें चाय तक नहीं पिला पाते हैं…क्षेत्र में दौरा करने का यात्रा खर्च भी है.
सोमदत्त ने कहा, भत्ता बढ़ाने की मांग खर्च को देखते हुए पूरी तरह से न्यायोचित है. आप के एक अन्य विधायक और संसदीय सचिव ने कहा कि सरकार के आदेश के मुताबिक कोई अन्य सुविधा नहीं ले सकते और फिर हमसे विभागों (अस्पतालों, स्कूलों) में जाने की उम्मीद की जाती है. हमे यात्रा के लिए सिर्फ 6,000 रुपये मिलते हैं.
दिलचस्प है कि पार्टी नेता संजय सिंह ने सांसदों के वेतन बढाये जाने के मुद्दे का ट्विटर पर जोरदार विरोध किया जबकि उनके अपने विधायक भत्ते में इजाफा के पक्ष में हैं. राज्य विधानसभा में भाजपा के तीन विधायकों…विजेन्द्र गुप्ता, ओम प्रकाश शर्मा और जगदीश प्रधान ने आप विधायकों की मांग का विरोध किया.
विश्वास नगर से विधायक शर्मा ने कहा, हम सिर्फ जन सेवा के लिए राजनीति में आए हैं. मेरा मानना है कि मौजूदा वेतन और भत्ता पर्याप्त है लेकिन निजी तौर पर मैं एक रुपये के वेतन पर काम करुंगा.