गंगटोक : सिक्किम से नाथूला दर्रे के वैकल्पिक मार्ग से होते हुए 40 श्रद्धालुओं का पहला जत्था आज कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर निकला. सिक्किम के राज्यपाल श्रीनिवास डी पाटिल और मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना किया. शहर के रिज पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम के साथ दो महिलाओं रोशन प्रधान और ज्योति माला गुरुंग समेत श्रद्धालुओं का जत्था यात्रा पर निकला. श्रद्धालुओं के साथ पांच सहायक कर्मी भी यात्रा पर निकले.
कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के यात्रियों की सुरक्षा एवं सफल यात्रा के लिए प्रार्थना करने एवं दीप जलाने के साथ हुई. पाटिल और चामलिंग ने इस उपलक्ष्य में एक पौधा लगाया और एक खास स्मारक डाक कवर भी जारी किया. श्रद्धालुओं को कुछ उपहार भी दिये गये. राज्यपाल ने श्रद्धालुओं की शुभ यात्रा की कामना करते हुए कहा कि राज्य और उसके अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को हरसंभव सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कडी मेहनत की है.
उन्होंने कहा कि सिक्किम विविधता में एकता का प्रमुख उदाहरण है जहां हर नस्ल और धर्म के लोग एकीकृत इकाई के तौर पर रहते हैं. वहीं मुख्यमंत्री ने यात्रा के लिए इस मार्ग को खोलने के लिए केंद्र की राजग सरकार खासकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को श्रेय दिया. उन्होंने कहा कि हालांकि सिक्किम ने यात्रियों को हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराने में कोई कसर नहीं छोडी है, अगर यात्री किसी भी तरह की कमी पाते हैं तो अपनी सलाह दे सकते हैं ताकि राज्य सरकार इसे और बेहतर कर सके.