नयी दिल्ली : भारत ने आज स्पष्ट किया कि वह किसी देश द्वारा निगरानी या जासूसी को किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं करेगा. इस तरह की खबरें आई हैं कि अमेरिकी एजेंसियां विदेशी नागरिकों के ई–मेल और अन्य संचार की जासूसी कर रही हैं.
दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने आज यह बात कही. सिब्बल ने कहा कि भारत किसी दूसरे देश द्वारा की जाने वाली किसी निगरानी के बारे में तभी कोई कदम उठा सकता है जबकि उसके पास इस बात की पूरी सूचना हो जासूसों ने किन आंकड़ों या सामग्री को उठाया है.
सिब्बल ने कहा, यदि किसी सामग्री तक पहुंचने का प्रयास होता है, और यह उचित तरीके से किया जाता है तो हम उसका समर्थन करेंगे. लेकिन हम किसी प्रकार की जासूसी को स्वीकार नहीं करेंगे. उनसे अमेरिका के विदेशी ईमेल और अन्य सामग्रियों की जासूसी के खुलासे के बाद भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदम के बारे में पूछा गया था.