तिरुवनंतपुरम : दक्षिणी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, एयर मार्शल ए पी गरुड 38 सालों की उत्कृष्ट सेवा के बाद आज सेवानिवृत्त हो गए. एक रक्षा विज्ञप्ति में बताया गया कि गरुड 29 दिसंबर, 1976 को भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दल में शामिल हुए थे और अपने करियर में उनके पास विभिन्न हेलीकॉप्टरों और प्रशिक्षण विमानों का 6,100 घंटों की उडान का अनुभव है.
खडगवासला स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के पूर्व छात्र गरुड कैटेगरी-ए2 के साथ योग्यताप्राप्त एक उडान प्रशिक्षक रह चुके हैं. वह चेन्नई के तांबरम स्थित फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स स्कूल में डाइरेक्टिंग स्टाफ और वेलिंगटन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में सीनियर इंस्ट्रक्टर भी रहे और महू स्थित कॉलेज ऑफ काम्बेट एवं दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज में भी उन्होंने पढाई की.
एयर मार्शल ने वायुसेना की एक परिचालन हेलीकॉप्टर इकाई और हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग स्कूल का भी नेतृत्व किया. उन्होंने दो परिचालन शिविरों, वायुसेना स्टेशन बैरकपुर और वायुसेना स्टेशन गुवाहाटी की भी कमान संभाली थी. उन्होंने नामीबिया में प्रतिनियुक्ति पर भी सेवा दी थी.
वह शिलांग में पूर्वी वायु कमान के मुख्यालय के वरिष्ठ ऑफिसर-इन-चार्ज एडमिनिस्ट्रेशन, सीमा सुरक्षा बल के महानिरीक्षक (वायु) और वायु मुख्यालय में महानिदेशक (निरीक्षण एवं सुरक्षा) जैसे वरिष्ठ पदों पर भी रह चुके हैं. दक्षिणी वायु कमान का एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बनने से पहले वह प्रशिक्षण कमान मुख्यालय में वरिष्ठ एयर स्टाफ ऑफिसर के पद पर तैनात थे. उन्होंने एक जनवरी, 2014 को दक्षिणी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का पद संभाला था.